मेरे खून में है कांग्रेस,प्रदेश अध्यक्ष मुझे पार्टी से निकालना ही चाहते हैं तो मैं पार्टी से निकलने को तैयार हूं: आलोक दुबे

रांची: प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति ने पार्टी विरोधी कार्य करने पर आलोक कुमार दुबे,लाल किशोरनाथ शहदेव,राजेश गुप्ता और साधु चरण गोप को निष्कासन की अनुशंसा कर दी है। पार्टी से निष्कासित नेताओं ने सोमवार को स्टेट गेस्ट हाउस में प्रेसवार्ता कर अपनी बातों को रखा।


आलोक दुबे ने कहा कि अनुशासन समिति को मीडिया में जाने के बजाय हम लोगों को बुलाकर यह पूछ सकते थे की अपने जो गलती किया है उसपर क्यों नहीं आपको पार्टी से छह साल के लिए निलंबित किया जाय। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। हमें अपनी बातों को रखने नहीं दिया गया। हम लोगों की छवि जनता के सामने धूमिल करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि मैं छात्र जीवन से ही कांग्रेस का सिपाही रहा हूं और लगातार पार्टी के लिए काम कर रहा हूं। 22 वर्षों के बाद पहली बार राज्य में एक मजबूत गठबंधन की सरकार बनी है। लोगों की आकांक्षाओं को यह सरकार पूरा कर रही है। लेकिन राज्य में कांग्रेस का नेतृत्व करने वाला एक गैर कांग्रेसी नेता ने मेरे भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की है। मैं पूछना चाहता हूं की मेरा कसूर क्या है,यदि मुझसे कोई गलती हुई है तो बुलाकर पूछा जा सकता था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
श्री दुबे ने कहा कि एआईसीसी इस राज्य में पार्टी संगठन पर सर्वे करा ले, वास्तु स्थित पता चला जायेगा। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी संगठन 2024 के चुनौतियों का मुकाबला किसी भी सूरत में नहीं कर सकती है। पार्टी संगठन की जिम्मेवारी एक आदिवासी नेतृत्व को दिया जाना चाहिए।पार्टी ने 2019 का चुनाव आदिवासी नेता के नेतृत्व में लड़ने का काम किया और सफलता मिली। उन्होंने कहा कि यह सर्वे विदित हो गया है की प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर अपने इगो के कारण तीन चार लोगों को पार्टी से निकालना चाहते हैं। यदि उनकी यही इच्छा है तो मुझे पार्टी से निकाल दीजिए।
आलोक दुबे ने कहा कि प्रदेश में कोई ऐसा कोई जिला नहीं है जहां बीते चार दिसंबर से मारापीटी,धक्कमधुकी नहीं हुआ है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ सभी जिले में आंदोलन हो रहा है। आप अनुशासन का डर जरूर दिखा रहे हैं लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। पार्टी के कार्यकर्ता राजेश ठाकुर से नाराज हैं और पार्टी यदि इन्हें चेंज नहीं करतीं है तो आने वाले 2024 के चुनाव में इसका विपरित परिणाम हो सकता है।
वहीं किशोर नाथ शहदेव ने कहा कि पिछले 21 दिसंबर को अनुशासन समिति ने इसी तरह से अनुशंसा किया था। यह दूसरा यह अवसर है जब कार्रवाई को लेकर अनुशंसा किया है। पिछले चार दिसंबर को कांग्रेस कमेटी ने24 जिले के लिए जिलाध्यक्ष के नामों की घोषणा की थी। उस कमेटी में कांग्रेस की विचारधारा नहीं दिख रहा था। सभी वर्गों का इसमें खयाल नहीं रखा गया है। इससे सभी जिले में विरोध प्रदर्शन हुआ। इसके बाद हम लोगों ने सभी 24 जिले के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक किया और सभी ने वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के प्रति नाराजगी जाहिर की। कार्यकर्ता आने वाले 2024 का चुनाव किसी आदिवासी अध्यक्ष के नेतृत्व में लड़ना चाहते हैं।
राजेश गुप्ता ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी से सभी कांग्रेस के कार्यकर्ता नाराज हैं। कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं पर ही चलती है,इसके भरोसे ही चुनाव जीता जा सकता है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष संगठन को कमजोर कर रहे हैं। हमलोग बहुत जल्द यहां के सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ सोनिया और राहुल गांधी से मिलेंगे और वस्तुस्थित को बताने का काम करेंगे।

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