लातेहार में गरजे सीएम हेमंत सोरेन,कहा-भाजपा की नजर यहां के खनिज संपदा पर,मंत्री बैद्यनाथ राम के लिए मांगा वोट
लातेहार :झारखंड में विधानसभा चुनाव प्रचार चरम पर पहुंच गया है। प्रथम चरण का मतदान13 को होना है। इसी कड़ी में शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन कुंदरी पहुंचे। यहां पर उन्होंने झामुमो प्रत्याशी बैद्यनाथ राम के पक्ष में चुनाव प्रचार किया और वोट मांगा।
कुंदरी गांव के खेल स्टेडियम मैदान में अप्रत्याशित भीड़ देख सीएम और प्रत्याशी भी गदगद दिखे। मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन नंबर में गठबंधन पार्टी के प्रत्याशी बैद्यनाथ राम का बटन है, उसे आप इतना दबाये की इसकी टीटी की आवाज दिल्ली की कान फाड़ दे।
आपके लिए फिर से बैद्यनाथ राम को हमलोगों ने प्रत्याशी के रूप में खड़ा किया है। आप लोगों को फिर से इन्हें जिताना है। इसी के लिए मैं आपके पास वोट मांगने आया हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग गिद्ध और कौवा की तरफ मंडरा रहे हैं, यहां के खनिज संपदा लूटने के लिए। इससे सावधान रहे। क्योंकि हम लोगों ने काम किया है। इस राज्य के गरीब, आदिवासी मूलवासी के दुख दर्द को कम करने का प्रयास किया है। कई दुख दर्द कम हुए हैं। कई दुख दर्द अभी बाकी है। फिर से हमारी सरकार बनेगी, उसके बाद जितने भी यहां गरीब मूलवासी, आदिवासी की समस्या है। सबको जड़ से समाप्त करेंगे।
विपक्ष पर जमकर बरसे मुख्यमंत्री : उन्होंने कहा कि आपको मालूम है कि हमारी सरकार को पांच साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं होने दिया गया। एक महीना पहले चुनाव की घंटी बजा दी गई। क्योंकि ये नहीं चाहते कि यहां के मूलवासी, आदिवासी यहां पूरे पांच साल पूरा कर सकें। दो ढाई साल तो कोरोना ही खा गया, और दो ढाई साल हमलोग विपक्ष से लड़ते रहें। झारखंड अलग होने के बाद कोई इतिहास नहीं है कि समय से पहले कभी चुनाव हुआ है। कौन सा विपत्ति है कौन सा आपदा आ गया, समय से पहले आप चुनाव करा रहे हैं। सिर्फ इसलिए कि चुनाव आयोग के पास अधिकार है। आज केंद्र एजेंसिया भारतीय जनता पार्टी की कठपुतली बनकर रह गई है। पूरे देश के विपक्ष को निरस्तनाबूत करने में लगा हुआ है। जो इसके विरूद्ध आवाज उठाता है। उसे जेल में डाल दिया जाता है। कई ऐसे लोग है जो केंद्र सरकार के विरोध में आवाज उठाया, वह आज जेल में है। कोई सबूत नही, हमको भी बिना सबूत में जेल में डाल दिया गया। आज हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट हमें बरी कर दिया। हमारा सरकार गिराने में हमारे विधायक व सांसद को खरीदने में ये षड्यंत्र रचते रहते हैं। भारतीय जनता पार्टी के गुजरात में बड़े-बड़े व्यापारी साथी हैं, जो बंदरगाह है। हमलोगों ने महिला सशक्तिकरण के बीच एक लंबी लकीर खींची है। आने वाला समय में आप अपने पैरों में खड़ा हो इसलिए मुख्यमंत्री मईया योजना हमलोगों ने चलाया है। आप लोग के खाता में एक हजार रूपए भेज रहे है। आप संकल्प लीजिए कि हमलोग फिर से सरकार बनाएंगे। तब हरेक महिला के खाते में एक-एक लाख रुपया पहुंचने का काम हमलोग करेंगे। मईया सम्मान योजना की राशि दिसंबर से ढाई हजार रुपया होने जा रहा है। हमको पता है कि हमारे राज्य के लोग कितने गरीब हैं। छोटे-छोटे जरूरत के लिए महाजनों से उधारी लेते हैं। अब किसी महाजन के पास आपको उधारी लेने का जरूरत नहीं पड़ेगा। हमलोगों ने जितनी बिजली का बिल बकाया था। सबको माफ कर दिया चाहे वह एक लाख, दो लाख, डेढ़ लाख पच्चास हजार या पांच हजार हो। पहले बिजली बिल तो हर महीना आता था, लेकिन बिजली नहीं आती थी। लेकिन अब बिजली आपके घर में 24 घंटा रहेगा। विपक्ष के लोग तरह-तरह के षड्यंत्र रचते है। उनके पास विकास को लेकर कुछ नहीं है। सिर्फ हिंदू मुस्लिम घुसपैठी है। इसी तरह लड़वा-कटवा कर वोट छीनने का प्रयास करते हैं। फूट डालो राज करो कि राजनीति चलता है। हमलोगों का जो राज्य का खनिज संपदा है। इस पर उनकी पूरी नजर है। इसलिए अभी यह पूरे राज्य में गिद्ध की तरह मंडरा रहे हैं। पूरे देश के एक दर्जन मुख्यमंत्री बीजेपी पार्टी का डेरा डाले हुए हैं। झारखंड में गृहमंत्री और प्रधानमंत्री चक्कर काट रहे हैं।आपको हिंदू मुस्लिम के नाम पर लड़वाकर वोट मांगने का काम कर रहें है। भारतीय जनता पार्टी रोटी, बेटी और माटी की बात करते हैं, लेकिन इन लोगों को रोटी व बेटी की चिंता नहीं है। अगर इनको चिंता होती तो डबल इंजन की सरकार में हाथ में राशन कार्ड लेकर लोग भूख से नहीं मरते। कोरोना के समय में हमलोगों ने एक भी व्यक्ति को राज्य में भूख से मरने नहीं दिया। यहां पर भुईयर एवं चिक बड़ाईक जाति एक की समस्या है। इनको लेकर समय रहता तो इस पर भी काम करते लेकिन समय से पहले हमको उतार दिया गया। लेकिन चिंता मत कीजिए आप लोगों का समस्या आने वाले सरकार के बाद निश्चित रूप से पूरा होगा।
अभी भारतीय जनता पार्टी के लोग कहते है, की पुनर्वास आयोग बनाएंगे, यह केवल घोषणा कर रहे हैं हम लोगों ने तो विस्थापन आयोग बना दिया है। आने वाले समय में जितने लोग माइनिंग, खदान, उद्योग को लेकर विस्थापित हुए हैं। सभी उद्योगों से एक-एक का हिसाब चुकता करेंगे। किसको रोजगार मिलेगा किसको मुआवजा मिलेगा सब बैठकर कंपनी से वसूली करेंगें।