लातेहार और चतरा जिले में चल रहे विकास कार्यो का सीएम हेमंत सोरेन ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए निर्देश
लातेहार:मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन मंगलवार को लातेहार के न्यू पुलिस लाइन में लातेहार और चतरा जिले में संचालित विकास कार्यों और विधि व्यवस्था की समीक्षा की। मौके पर उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 “योजनाओं के क्रियान्वयन” का वर्ष है । हमारा पूरा फोकस योजनाओं की गति को रफ्तार देना है । इस कड़ी में योजनाओं के प्रगति की लगातार निगरानी हो रही है। योजनाएं वास्तविक रुप से धरातल पर उतरे । योजनाएं सही समय पर पूरी हो । आम लोगों को तमाम योजनाओं का पूरा लाभ मिले। इसमें अधिकारियों- कर्मचारियों की अहम भूमिका है। आप अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी के साथ निभाएं, वरना आपके खिलाफ सरकार कार्रवाई करने को बाध्य होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास सरकारी कर्मियों की एक बड़ी फौज फौज है। इनके वेतन पर सरकार बजट का एक बड़ा हिस्सा खर्च करती है। इसके बाद भी अगर योजनाओं की गति धीमी हो। योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिले तो आप को बैठाकर वेतन देना कहीं से मुनासिब नहीं होगा। इसलिए आप अपनी जिम्मेदारियों को समझें और इंप्लीमेंटिंग अथॉरिटी होने के नाते गांव-गांव घर-घर तक योजनाओं को पहुंचाएं और राज्य के विकास का मार्ग प्रशस्त करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों द्वारा उपलब्धियों को दिखाने के लिए आंकड़ों में हेराफेरी की जाती है। लेकिन, आज सूचना तंत्र काफी मजबूत हो चुका है । अब समीक्षा बैठकों में आंकड़ों के साथ उससे संबंधित फ़ोटो भी देखूंगा, ताकि वास्तविक स्थिति का पता चल सके। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि हमारे पास हजारों की संख्या में लोग अपनी समस्याओं को लेकर आवेदन देते हैं । अगर आवेदनों पर कड़ाई से कार्रवाई हो तो कई अधिकारी- कर्मचारी नप जाएंगे। इसलिए, आप आंकड़ों का खेल नहीं खेलें। योजनाओं को जमीन पर उतारें । झारखंड की जो ज्योग्राफिकल स्थिति है । यहां के लोगों का जो स्वभाव है, उसके लिहाज से यहां के अधिकारियों को पूरी संवेदनशीलता और क्रियाशील रखकर कार्य करने की जरूरत है। अलग झारखंड राज्य बनने के दो दशक गुजर जाने के बाद भी अगर हम किसी गांव- पंचायत या इलाके में लोगों की मूलभूत जरूरतें भी पूरी नहीं कर सके तो यह सरकार के साथ पूरे राज्य के लिए चिंता की बात है । उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कागज में आपने जो लिखा है, वह हकीकत में दिखनी चाहिए।मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से स्पष्ट तौर पर कहा कि किसी भी योजना को लेकर कोई भी कंफ्यूजन है तो उसे जिला या मुख्यालय स्तर के वरीय अधिकारियों को तुरंत जानकारी दें, ताकि उसका समाधान निकले। मैं आगे यह सुना नहीं चाहूंगा कि कन्फ्यूजन के कारण योजनाएं लंबित है और लोग उसके लाभ से वंचित हैं। मुख्यमंत्री ने दोनों जिलों के उपायुक्त को कहा कि कि वे योजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग करें।
लातेहार और चतरा के पुलिस अधीक्षक को अपने -अपने जिले के 20-20 टॉप प्रायोरिटी वाले अपराधिक केस की लिस्ट तैयार करने, उसका अनुसंधान शीघ्र पूरा कर चार्ज शीट दाखिल करने का दिया गया निर्देश ताकि आपराधिक मामलों में कनविक्शन रेट को बढ़ाया जा सके।
समीक्षा बैठक में मंत्री
सत्यानंद भोक्ता विधायक वैद्यनाथ राम और रामचंद्र सिंह, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव श्री अबू बकर सिद्दीकी, सचिव श्री मनीष रंजन , सचिव कृपानंद झा, एडीजी संजय आनंद लाटकर, पुलिस महानिरीक्षक एवी होमकर, लातेहार के उपायुक्त भोर सिंह यादव , पुलिस अधीक्षक श्री अंजनी अंजन और चतरा के उपायुक्त अबु इमरान, पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन तथा दोनों जिलों के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।