छठ महापर्व: आस्था और समर्पण का अनुपम संगम
छठ पूजा का महापर्व, जिसमें आस्था की गहराई और समर्पण की ऊंचाई देखने को मिलती है, एक ऐसा अवसर है जब श्रद्धालु अपने परिवार के साथ हर सुख-दुख भूलकर केवल भक्ति में लीन हो जाते हैं। घाटों पर उमड़े जनसमूह में हर चेहरा एक ही अनुरोध करता दिखता है – “हे सूर्य देव, हमारे जीवन में रोशनी बनाए रखें, और छठी मइया का आशीर्वाद हम पर सदैव बना रहे।” इस महापर्व के दौरान जब व्रती महिलाएं ठंडे जल में खड़ी होकर सूर्य को अर्घ्य देती हैं, तो उनके चेहरे की चमक और आंखों में आस्था की वह चमक एक अनोखी सजीवता का एहसास कराती है।
इस पर्व में भाग लेने वाले हर व्यक्ति के मन में गहरी आस्था के साथ-साथ एक अद्भुत उल्लास भी होता है। जब उगते सूर्य को अर्घ्य देने का समय आता है, तो घाट पर हर व्यक्ति की आंखें नम हो जाती हैं, जैसे साक्षात भगवान के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हो गया हो। परिवार के छोटे बच्चे जब अपने बुजुर्गों के साथ प्रसाद चढ़ाते हैं, तो उनके चेहरे की मासूमियत और भक्तिभाव सभी को भावुक कर देता है। छठ महापर्व एक ऐसा पर्व है, जो हर हृदय को प्रेम, करुणा और आस्था से भर देता है, और हर किसी के मन में यह विश्वास स्थापित करता है कि प्रकृति और ईश्वर का यह रिश्ता अनंत और अमूल्य है।