नशा मुक्त भारत अभियान के तहत चौपाल कार्यक्रम का आयोजन
खूंटी: जिला प्रशासन, डालसा और चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट (सीनी) के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को सिलादोन पंचायत भवन में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत चौपाल कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमे बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डालसा सचिव अपर्णा कुजूर ने मादक पदार्थों से जुड़ी कानूनी पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि 18 वर्ष से कम आयु को मादक पदार्थ की बिक्री गैरकानूनी है, मादक पदार्थों की खरीद बिक्री गैरकानूनी है। नशीले पदार्थ जैसे अफीम, गांजा की गैर कानूनी तरीके से खेती दंडनीय अपराध है, इसके लिए कठोर सजा का प्रावधान है। दोषी पाए जाने पर 20 वर्ष तक की सजा और 2 लाख या उससे अधिक का जुर्माना हो सकता है। हम सब का कर्तव्य बनता है कि भगवान बिरसा मुंडा की भूमि को नशा मुक्त बनाए। खूंटी प्रमुख छोटराय मुंडा ने ग्रामीण क्षेत्रों में नशापन से हो रहे दुष्प्रभावों पर चर्चा करते हुए कहा कि नशापान के कारण लोगों को आर्थिक, समाजिक, शारीरिक, मानसिक रूप से परेशानियां उठानी पड़ती है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले बाजार हाट, मेलों में भी नशापान के कारण व्यवधान उत्पन्न होता है, शांति व्यवस्था भंग होती है। नशे के कारण बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। नशा पान को खत्म करने के लिए ग्राम सभा को सशक्त होना होगा और इसके लिए महिलाओं को आगे आना होगा।
मादक पदार्थों के खिलाफ सरकार द्वारा चलाई जा रही मुहिम पर चर्चा करते हुए खूंटी प्रखंड विकास पदाधिकारी ज्योति कुमारी ने कहा कि अफीम की खेती गैरकानूनी है जो भी अफीम की खेती करेगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिस जमीन पर अफीम की खेती पाई जाएगी उसके जमीन मालिक पर भी केस दर्ज किया जाएगा। क्षेत्र में कहीं भी मादक पदार्थ या अफीम की खेती होती हो तो टोल फ्री नंबर 112 में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि खूंटी के कई किसान हैं जो टमाटर, ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी, लेमनग्रास की खेती कर बेहतर आय अर्जित कर रहे हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में उपमुखिया रीता देवी, पंचायत सचिव जस्टिन होरो, रोजगार सेवक मनोज कुमार,जेएसएलपीएस के रेयान, पीएलवी निर्मला देवी सहित सीनी संस्था के संजीव कुमार, रेणु टूटी, गौरामनी टूटी , माकिरण टूटी, सुषमा लकड़ा, दुर्गी कुजूर ने सहयोग किया।