चौपाल लगा किसानों को दी जा रही नई तकनीकी जानकारी
सहरसा: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत मंगलवार को कृषि विज्ञान केन्द्र सहरसा द्वारा गठित दल द्वारा महिषी प्रखंड के विभिन्न ग्रामों में जाकर वैज्ञानिकों के दल द्वारा कृषि के नई तकनीकों की जानकारी किसानों को दी जा रही है। 3 जून 2025 को इस दल का नेतृत्व निदेशक प्रसार शिक्षा, बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर, भागलपुर डॉ.आर.के. सेहाने एवं डा. अंजनी कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। जिसमें दल के वैज्ञानिक ई. विमलेश कुमार पाण्डेय एवं डा. भरत लाल की सहभागिता रही। वैज्ञानिकों के इस दल द्वारा महिषी प्रखण्ड के तेलहर, पस्तवार एवं महिषी उत्तरी पंचायतों के कृषकों को खरीफ फसल आधारित तकनीकों, पशुपालन और सरकार को विभित्र योजनाओं से कृषकों को अवगत कराया गया। डॉ. अंजनी कुमार द्वारा आरतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली द्वारा भारतीय कृषि में हो रहे नए अनुसंधानों पर प्रकाश डाला गया। जिसमे कृषकों को खेती में उपज वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत सिद्ध हो रहे हैं। डॉ. सोहने द्वारा बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर द्वारा कृषि के विभिन्न आयामों के तहत विकसित तकनीकों की जानकारी दी गई। साथ ही आवश्यक सावधानी एवं इसके लाभ पर प्रकाश डाला गया। डॉ० भरत लाल द्वारा खेत की मिट्टी के जाँच 13 का आधारित उर्वरक उपयोग का धान के पसल में महत्त्व पर प्रकाश डाला गया। जिला के कृषि विभाग के पदाधिकारियों प्रसाद सिद्ध, शैलेन्द्र कुमार आदि ने भी प्रकाश डाला।

