झारखंड में अबुआ सरकार और जिला प्रशासन बंदूक की नोक पर सिरमटोली फ्लाईओवर रैम्प का कार्य करा रही है: बबलू मुंडा
रांची: केन्द्रीय सरना समिति द्वारा केन्द्रीय सरना स्थल सिरमटोली फ्लाईओवर रैम्प मामले को लेकर शुक्रवार को हतमा स्थित सरना स्थल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि इस मामले को लेकर केन्द्रीय सरना समिति एवं चडरी सरना समिति संयुक्त तत्वावधान में बीते चार अप्रैल को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष के नाम मांग पत्र आयोग के सदस्य डॉ. आशा लकड़ा को दिल्ली कार्यालय मांग पत्र सौंपा गया था। हमारी मांग पर शीघ्र कार्रवाई करते हुए आयोग ने झारखंड के मुख्य सचिव, सचिव नगर विकास विभाग, उपयुक्त रांची, प्रशासक रांची नगर निगम, को नोटिस किया गया है। आयोग ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 338A के अंतर्गत उसे प्रदत शक्तियों का अनुसरण करते हुए इस मामले का अन्वेषण /जांच करने का निश्चय किया है। अतः आपसे एतद्दवारा अनुरोध किया जाता है कि आप सूचना के प्राप्त होने के 5 दिन के अंदर अधोहस्ताक्षरी को डाक से या व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर या किसी अन्य संचार साधन से संबंधित आप ऑन मामलों और सूचनाओं पर की गई कार्यवाही से संबंधित सूचना प्रस्तुत करें। कृपया ध्यान रखें की यदि नियत अवधि में आयोग को अपना उत्तर प्राप्त नहीं होता है तो आयोग भारत के संविधान अनुच्छेद 338A के अंतर्गत उसे प्रदत्त सिविल न्यायालय की शक्तियों का प्रयोग कर सकता है तथा व्यक्तिगत रूप से या प्रतिनिधि के माध्यम से आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए आपको संबंध जारी कर सकता है। केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि विगत चार माह से आदिवासी समाज सिरम टोली फ्लावर रैंप के मामला को लेकर सड़कों पर है लेकिन झारखंड में अबुआ सरकार और जिला प्रशासन बंदूक की नोक पर सिरम टोली फ्लाईओवर रैम्प का कार्य कर रही है। आज ऐसा महसूस हो रहा है कि औरंगज़ेब,मुगल, और अंग्रेजो के शासन काल को याद दिलाया गया।रात में चोरी चुपके सिरम टोली फ्लाईओवर रैम्प में काम लगाना, काम करवाने के लिए सिरम टोली क्षेत्र को सील कर दिया गया।आम आदमियों और प्रेस बंधुओं को भी रोका गया। इससे राज्य सरकार की हिटलर शाही नीति दर्शा रही जो इस राज्य के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। आज के प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से केन्द्रीय सरना समिति अध्यक्ष बबलू मुंडा,मुख्य पाहन जगलाल पाहन, महासचिव महादेव टोप्पो, शोभा कच्छप, चडरी सरना समिति के प्रधान महासचिव सुरेन्द्र लिंडा, झारखंड आंदोलनकारी कुमुद कुमार वर्मा, मुकेश मुंडा, राकेश मुंडा, आशीष मुंडा, मनीष संगा आदि उपस्थित थे।

