आयुर्वेद भारतीय जीवन पद्धति का एक प्रमुख हिस्सा :अर्जुन मुंडा
नई दिल्ली : कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और केंद्रीय आयुष, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल के माध्यम से जनजातीय क्षेत्रों में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में बच्चों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक संयुक्त पहल की घोषणा की।
इस परियोजना का लक्ष्य एनीमिया, हीमोग्लोबिनोपैथिस, कुपोषण और तपेदिक पर विशेष ध्यान देने के साथ देश के 14 राज्यों में चिन्हित 55 ईएमआरएस में कक्षा 6 से 12वीं में नामांकित 10-18 वर्ष आयु वर्ग के छात्रों की सामान्य स्वास्थ्य स्थिति की जांच करना है।साथ ही आयुर्वेद के द्वारा छात्रों के बीच स्वस्थ जीवन शैली अभ्यासों को विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अलावा रोगों के प्रबंधन के लिए एकीकृत दृष्टिकोण बनाया जाएगा।कार्यक्रम के दौरान संयुक्त स्वास्थ्य पहल की ई-बुक का अनावरण और ब्रोशर जारी किया।
इस अवसर पर श्री मुंडा ने कहा कि आयुर्वेद भारतीय जीवन पद्धति का एक प्रमुख हिस्सा है | भारत की जो परम्पराएँ आदिकाल से रही हैं, उसको नए तरीके से लोगों के बीच जागरूकता के साथ सतही तौर पर नीचे तक पहुंचा जा सके उसकी यह पहल है ।आयुष मंत्रालय और जनजातीय कार्य मंत्रालय की संयुक्त अनुसंधान और विकास और सार्वजनिक स्वास्थ्य की यह पहल देश के विभिन्न जनजातीय क्षेत्रों में स्थित एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के बच्चों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने के मिशन में मील का पत्थर साबित होगी । उन्होंने एकलव्य विद्यालयों से भी आग्रह किया कि जिस प्रकार एकलव्य विद्यालय में पोषण वाटिका बनाए गए हैं वैसे ही औषधीय पौधों की वाटिका बनाई जाए और इसकी शिक्षा भी साथ ही साथ दी जाए। सभी विद्याथियों को फिट इंडिया मूवमेंट के लिए, स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए, परिवार को स्वस्थ्य रखने के लिए इस योजना के साथ जुड़ने का आग्रह किया ।