खूंटी की जनता क्या वाकई बदलाव के मूड में है…
खूंटी: जैसे जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रही है,प्रत्याशियों के दिल की धड़कनें तेज होने लगी है।
प्रत्याशी रोज सुबह उठकर अपने इष्ट देव को यादकर अलग अलग क्षेत्रों में मतदाताओं के चौखट पर मत्था टेकने इस उम्मीद से पहुंचते हैं कि उनको आशीर्वाद मिलेगा। लेकिन ठोस आश्वासन नहीं मिलने से उनके मन में कई तरह की बातें उत्पन्न होती है।
वहीं 21वीं सदी के मतदाता भी बहुत तेज हो गए हैं। सोशल मीडिया और मोबाइल क्रांति के युग में मतदाता प्रत्याशियों के जन्म कुंडली खंगालने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं,पूरी तरह ठोक बजाकर ही जन प्रतिनिधियों का चुनाव करने के मूड में हैं। युवा मतदाताओं में अब जात पात,आरक्षण और धर्म की बातें हावी नहीं हो रही है।
आज के युवाओं को नौकरी और रोजगार चाहिए। साथ ही वे जिस देश में रहते हैं उसका चहुमुखी विकास देखना चाहते हैं। युवा टेक्नोलॉजी की ओर भाग रहे हैं,अब जन प्रतिनिधि उन्हें बेवकूफ नहीं बना सकते हैं। उनके हाथ में स्मार्ट फोन उन्हें स्मार्ट बना दिया है।
जनजातीय क्षेत्र खूंटी में साक्षरता दर में बढ़ोतरी हुई है। युवा मतदाता राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे विकास को देखकर अपना निर्णय लेने के मूड में हैं। वहीं महिला,पुरुष और बुजुर्ग मतदाता राज्य और केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को देखकर वोट करने की सोच रहे हैं। खाकर वृद्ध पेंशन,पीएम आवास,किसान निधि योजना सहित सरकार के द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं को देख रहे हैं।
खूंटी सदर प्रखंड क्षेत्र के चिकोर, हेसातू, चलांगी,भंडारा सहित कई गांवों के अधिकांश युवा पीेएम मोदी के विकास कार्यों से प्रभावित हैं। वे स्थानीय जन प्रतिनिधि को नहीं देख रहे हैं। उनका मानना है कि बीते दस सालों में अपना भारत बहुत तरक्की किया है। सेंट्रल गवर्मेंट में किसी भी मंत्री पर भ्रटाचार का आरोप नहीं लगा है। लेकिन पहले कांग्रेस के शासनकाल में हर दिन भ्रष्टाचार का उद्भेदन होता था।
वहीं कुछ लोगों का मानना था कि विकास के कार्य होंगे तो थोड़ा बहुत भ्रष्टाचार होगा ही। बीते दस सालों में बीजेपी की सरकार ने अपने झारखंड में एक भी नए कल कारखाना स्थापित नहीं किया है। जबकि बीजेपी की सरकार आने से पहले अच्छे दिन के सपने दिखाए गए,रोजगार और नौकरियों की बाढ़ आने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन आबादी के अनुसार पढ़े लिखे युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। पढ़े लिखे युवा आज भी सड़क पर भटक रहे हैं। हम लोगों को ऐसी सरकार का चुनाव करना है जो नौकरी और रोजगार दे। अपने क्षेत्र में नए नए उद्योग की स्थापना कराए,जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिल सके। सिर्फ जुमलेबाजी करने से काम नहीं चलेगा,काम भी करना होगा।