विद्युत कर्मियों का ऊर्जा निगम मे समायोजन को लेकर 17 अगस्त को होगा विराट प्रदर्शन : अजय राय

रांची। झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ ने ऊर्जा विकास निगम को चेतावनी देते हुए कहा है कि हाईकोर्ट के आदेश की आड़ में मानव दिवस कर्मियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बन्द हो अन्यथा संघ इसके खिलाफ उग्र आंदोलन चलाएगी।
संघ के केंद्रीय अध्यक्ष श्री अजय राय ने कहा कि उमा देवी केस में आये फैसले को देखते हुए अनुबंध कर्मियों के तर्ज पर पूर्व से कार्यरत मानव दिवस कर्मियों का समायोजन ऊर्जा विकास निगम को करना ही होगा साथ ही आउट सोर्स एजेंसी में कार्यरत विद्युत कर्मियों को नियमित नियुक्ति में प्राथमिकता तय करना होगा। उक्त चेतावनी देते हुए श्रमिक संघ के अध्यक्ष श्री अजय राय ने कहा कि संघ ने पूर्व में निगम के सीएमडी ,एमडी सहित आला अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराया था । बावजूद निगम की ओर से कर्मियों के सम्बंध में विवरण एकत्र करने के लिए जारी सूचना से पूरे राज्य में विधूत कर्मियों के बीच उहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गई है । निगम के इस कदम से फिर से अनियमितता एवम कदाचार किए जाने की तैयारी भी दिख रही है जिसे किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अजय राय ने कहा कि इसके खिलाफ झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ की ओर से आगामी राज्य 17/8/2022 दिन बुधवार निगम हेड क्वार्टर में विराट प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है।
हमारी निम्नलिखित मांग है जिसको लेकर यह प्रदर्शन रखा गया है—-
(1) झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड एवं तीनों अनुषंगी कंपनियों में कार्यरत जिनका 10 वर्ष पूर्ण हो चुका है को उमा देवी बनाम कर्नाटका सरकार सिविल अपील सं-
3595- 3612/99,1861-2063,3849/ 2001,3520- 3524/2022 तथा 1968/2006) सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली जजमेंट के आधार पर सीधी नियुक्ति की जाए।
(2)10 साल वालों की सीधी बहाली उमा देवी बनाम कर्नाटका सरकार सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट के आधार पर करें । वर्ष 2014 में बनी बोर्ड और संघ के समझौते के अंतर्गत एक कमेटी जिसमें संघ के 2 सदस्य तत्कालीन महामंत्री अमित कुमार कश्यप, वर्तमान कोषाध्यक्ष विजय सिंह, वर्तमान डीजीएम उदय भूषण प्रसाद, वर्तमान डीजीएम श्री अशोक कुमार, एवं कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार(झा.प्र.से) रहे थे ।वर्ष 2014 में श्री अजय कुमार निगम में सचिव के पद पर कार्यरत थे । जिसमें फाइल बनी थी 2792 लोगों का नाम चिन्हित किया गया जो फाइल आज भी निगम में मौजूद है इसके लिए इस को आधार बनाएं
साथ ही साथ वर्षों से कार्यरत ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड एवं अनुषंगी कंपनियों में कंप्यूटर ऑपरेटर एवं ड्राइवरों की नियुक्ति नियमित की जाए।

(3) पूर्व में हुए नियोजन संख्या 3/2016 के तर्ज पर प्रत्येक वर्ष का कार्य अनुभव पर नंबर एवं उम्र में शिथिलता रखते हुए (अधिकतम 5 वर्ष ) का लाभ देकर नियमित नियुक्ति में हाल में आए लोगों की प्राथमिकता तय की जाए जो 12/1/ 2017 को निगम एवं संघ के समझौते के बाद भी वर्तमान एजेंसी में कार्य कर रहे हैं ।

(4) वर्तमान में आउटसोर्स में कार्य कर रहे कर्मी जो पूर्व में अकुशल में कार्य करते हुए वर्तमान में आईटीआई कर कुशल हो गए हैं को कुशल की श्रेणी में रखते हुए नियमित नियुक्ति में प्राथमिकता तय की जाय ।

(5) एजेंसी प्रथा को समाप्त कर पूर्व की प्रथा लागू की जाए जिससे जो एजेंसी को कमीशन के रूप में निगम का करोड़ों रुपए बर्बाद हो रहा है उसको रोका जा सके साथ ही कर्मचारियों में निर्भीक होकर बोर्ड हित में कार्य करने की जागरूकता बढे ।
अजय राय ने बताया कि 5 अगस्त को निगम मुख्यालय में वरीय पदाधिकारियों से मिलने का प्रयास किया गया मगर वह उपलब्ध नहीं थे इस संबंध में सीएमडी, एमडी ,जीएम एचआर के नाम से एक मांग पत्र मुख्यालय को सौंपा गया है। समय रहते इस पर सकारात्मक वार्ता निगम करती है तो ठीक है अन्यथा आंदोलन का रास्ता संघ अख्तियार करेगा।

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