बीजेपी के आदित्य साहू और झामुमो के महुआ माजी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित
रांचीः झारखंड से राज्यसभा की दो सीटों के लिए बीजेपी से आदित्य साहू और झामुमो से महुआ माजी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गए हैं। शुक्रवार को झारखंड विधानसभा के प्रभारी सचिव सह रिटर्निंग अफसर सैयद जावेद हैदर ने इसकी घोषणा की। बताते चलें कि सात जुलाई को सांसद महेश पोद्दार और मुख्तार अब्बास नकवी का कार्यकाल पूरा हो रहा है। जिससे झारखंड में दो सीटें खाली हो रही थीं। अब एक सीट पर झामुमो और एक पर बीजेपी के उम्मीदवार राज्य सभा जाएंगे। बताते चलें कि पहली बार वर्ष 2004 में निर्विरोध निर्वाचन हुआ था, तब भाजपा के यशवंत सिन्हा और झामुमो के स्टीफन मरांडी चुने गए थे। दूसरी बार वर्ष 2006 में कांग्रेस के उम्मीदवार माबेल रेबेलो और भाजपा के प्रत्याशी एसएस अहलुवालिया निर्विरोध निर्वाचित होकर राज्यसभा पहुंचे थे. इसके बाद वर्ष 2014 में निर्दलीय प्रत्याशी परिमल नाथवानी और राजद के प्रेमचंद गुप्ता राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए थे.
भाजपा में ही सामान्य कार्यकर्ता को राज्यसभा तक पहुंचने का सौभाग्य प्राप्त होता है. : आदित्य साहू
राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद बीजेपी उम्मीदवार आदित्य साहू ने कहा कि भाजपा की एक ऐसी पार्टी है जहां मंडल स्तर से उठे एक सामान्य कार्यकर्ता को राज्यसभा तक पहुंचने का सौभाग्य प्राप्त होता है. भाजपा के एक सच्चे सिपाही की तरह प्रधानमंत्री के कार्यों को आगे ले जायेंगे. प्रमाण पत्र मिलने के बाद आदित्य साहू भावुक भी हुए। कहा सपने में भी नहीं सोचा था कि पार्टी मुझे इतना सम्मान देगी. पार्टी से प्राप्त इस सम्मान के लिए हमेशा ऋणी रहेंगे.
झारखंड की आवाज बुलंद करेंगे: महुआ
झामुमो उम्मीदवार महुआ माजी निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद कहा कि झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और सीएम हेमंत सोरेन ने देश के उच्च सदन में झारखंड की बेटी को प्रतिनिधित्व करने का गौरवशाली मौका दिया है. उच्च सदन में पार्टी द्वारा दी गयी बेटी के सम्मान को जाया नहीं जाने दूंगी और बेटियों की आवाज बनूंगी. झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और सीएम हेमंत सोरेन झारखंड के स्थानीय के दर्द को समझते हैं. दोनों नेताओं और पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने एक स्थानीय महिला पर विशवास किया है और उच्च सदन में झारखंड की आवाज को बुलंद करने का मौका दिया है.