मदर्स प्राईड एकेडमी पूर में साइंस एग्जीबिशन का भव्य आयोजन
बलिया :मदर्स प्राईड एकेडमी पूर के विद्यार्थियों में प्रिंसिपल डी०पी० नायक के नेतृत्व में विज्ञान प्रदर्शनी के ज़रिए आधुनिक वैज्ञानिक चेतना का अंतर प्रवाह किया गया, इस क्रम में एकेडमी के भव्य सभागार में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। यह आयोजन विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच, खोजी दृष्टिकोण और नवीन प्रयोगों के प्रति जिज्ञासा को प्रोत्साहित करता है।
इस अवसर पर विभिन्न गणमान्य अतिथि उपस्थित थे, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के सहायक प्रोफेसर डॉ शैलेश कुमार सिंह उपस्थित थे।
उन्होंने विज्ञान प्रदर्शनी कार्यक्रम में प्रतिभागियों को संबोधित और उत्प्रेरित करते हुए कहा कि “सभी विद्यार्थियों ने विभिन्न उत्कृष्ट मॉडल बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत करके यह सिद्ध किया है कि आपमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण, रचनात्मकता और नवाचार की भावना प्रबल रूप से विद्यमान है, और इसी शक्ति से भारत विश्व गुरु के कीर्तिमान को स्थापित करेगा। आपके इस प्रयास से हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
प्रबंधक हेमलता सिंह ने कहा कि, यह प्रदर्शनी विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति उनकी अभिरुचि को जागृत करने के साथ-साथ नवाचार की भावना को भी विकसित करने का एक सशक्त माध्यम है।
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि ” विज्ञान प्रदर्शनी एकेडमी के विद्यार्थियों की रचनात्मकता, सृजनशीलता और नवाचार की शक्ति को प्रदर्शित करती है। यह एकेडमी के विद्यार्थियों में किसी भी नए ज्ञान के प्रति जिज्ञासा, सोचने की शक्ति, प्रस्तुति कौशल और संचार कौशल विकसित करता है।
इस विज्ञान प्रदर्शनी में महाविद्यालय के विभिन्न वर्ग के विद्यार्थियों के द्वारा कुल 40 मॉडल्स / प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया गया। इन प्रोजेक्ट्स को पूर क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, स्थानीय निवासियों, एवं उपस्थित अतिथियों, व अवलोकन कर्ताओं के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
विद्यार्थियों ने अपने अभिनव प्रयोगों और सृजनशीलता से यह संदेश दिया कि मनुष्य केवल पर्यावरण की रक्षा करने तक सीमित नहीं रह सकता, बल्कि उसे एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना होगा जहां प्रकृति को किसी प्रकार की सुरक्षा की आवश्यकता ही न पड़े। उन्होंने अपने मॉडल्स द्वारा यह स्पष्ट किया कि किस प्रकार हम विवेक, तर्क, बुद्धि और नवाचार का प्रयोग करके पर्यावरण को संरक्षित रखते हुए एक स्थायी और सतत विकास की दिशा में अग्रसर हो सकते हैं।
प्रदर्शनी के दौरान दर्शकों ने प्रत्येक मॉडल को बारीकी से अवलोकन किया, उनकी कार्यप्रणाली को समझा और विद्यार्थियों से संवाद स्थापित किया। विद्यार्थियों ने भी पूरे उत्साह और आत्मविश्वास के साथ अपने प्रोजेक्ट्स की विस्तृत व्याख्या की, जिससे न केवल उनकी प्रस्तुति कौशल का विकास हुआ, बल्कि उनकी वैज्ञानिक अवधारणाएं भी और अधिक स्पष्ट हुईं।
एग्जीबिशन समन्वयक अंजलि तिवारी ने विज्ञान प्रदर्शनी के उद्देश्य और महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ”विज्ञान और तकनीकी समस्त मानव और मानवता के लिए आशा है। यह सिर्फ मानव के लिए ही नहीं बल्कि इस सृष्टि के समस्त जीवों के लिए आश्चर्य जनक, आकर्षक और अद्भुत उपहार है। यह मनुष्य की इच्छाओं, आकांक्षाओं, और अभिलाषाओं को प्राप्त करने का एक सशक्त माध्यम है। इसलिए हमारा एकेडमी अपने विद्यार्थियों को वैज्ञानिक शिक्षा, अनुसंधान और खोज की ओर उन्मुख करने के लिए हमेशा से ही प्रयत्नशील रहा है।
अध्यक्षता करते हुए प्रिंसिपल डी०पी० नायक ने कहा कि, विभिन्न रचनात्मक परियोजनाओं के जरिए एकेडमी ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि वह विद्यार्थियों के समग्र एवं सर्वांगीण विकास के लिए सदैव तत्पर है और भविष्य में भी ऐसे शैक्षिक एवं नवाचार संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा। उन्होंने साइंस एग्जीबिशन के शानदार आयोजन के लिए शिक्षिका अनिता तिवारी, प्रिंसी व समस्त शिक्षकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस दौरान मुख्य रूप से प्रिंसिपल डी०पी० नायक, पूजा सिंह, अनीता तिवारी, प्रिंसी यादव, तनु गुप्ता, शिल्पा यादव, अरविंद मान्यवर, राहुल, आनंद, मीना शर्मा, हर्षिता सहित दर्जनों शिक्षक और छात्र – छात्राएं उपस्थित रहे।
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