निर्णायक लड़ाई का आगाज, आज की घटना की हो न्यायिक जांच : बाबूलाल मरांडी

रांची: मोरहाबादी मैदान में आक्रोश रैली की सभा के बाद मुख्यमंत्री आवास के लिए शांतिपूर्वक मार्च निकाल रहे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जिस प्रकार का रवैया राज्य सरकार ने दिखाया वह कायरतापूर्ण है। बर्बर तरीके से आंसू गैस और वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। आज का दिन लोकतंत्र के काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया। आंसू गैस के गोले दागे गए। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत, घबराहट, आंखों से देखने में परेशानी हो रही थी। आंसू गैस के गोले, प्लास्टिक की गोलियां काफी तेज आवाज में चलाई गई। आंसू गैस के गोले मंच के आसपास भी गिरे। राज्य सरकार द्वारा सुनियोजित तरीके से यह कार्रवाई की गई है। मोरहाबादी मैदान के आसपास तीन लेयर में कंटीले तार लगाए गए थे। इस दौरान दर्जनों कार्यकर्ता घायल हो गए। जिनका रिम्स और अन्य अस्पतालों में इलाज कराया जा रहा है। घायलों को देखने के लिए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह सहित अन्य वरीय नेता पहुंचे।
राज्य सरकार के इस बर्बरतापूर्ण कार्यवाई पर प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आज मेरे भाषण के दौरान मोराबादी मैदान में कुछ आंसू गैस के गोले छोड़े गए। एक नहीं, 7-8 आंसू गैस छोड़े गए। कुछ आंसू गैस तो मंच के समानांतर छोड़े गए। ये आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन के फव्वारे और कंटीले तारों की घेराबंदी भी अब हेमंत सरकार को नहीं बचा पाएंगे। झारखंड के युवाओं को उनके हक़ की नौकरी, उनके हक़ का रोजगार और पिछले 5 सालों से हो रही नाइंसाफी का न्याय दिलाने के लिए निर्णायक लड़ाई का आगाज हो चुका है।

श्री मरांडी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी, युवाओं को इंसाफ दिलाने के लिए हेमंत सरकार के हर दमनकारी कदम का मुंहतोड़ जवाब देगी। आज जिस अलोकतांत्रिक तरीके से युवाओं/बेरोजगारों को रांची आने से रोका गया और मेरे संबोधन के दौरान जिस प्रकार से आंसू गैस छोड़कर नुकसान पहुंचाने एवं बाधा डालकर जनमानस को उकसाने का प्रयास किया गया, हम इसके न्यायिक जांच की मांग करते हैं।

वहीं नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि जिस तरह से निहत्थे लोगों पर लाठियां बरसाई गई, बम फेके गए, लहू बहाया गया, ध्यान रहे ‘मुख्यमंत्री जी’ यह “लहू” हिसाब लेगा और इस निकम्मी झामुमो-कांग्रेस सरकार को उखाड़ करके बंगाल की खाड़ी में फेंकेगा ! कभी किसी सभा में आंसू गैस से हमले होते आपने देखा है? डरपोक हेमंत सोरेन सरकार ने आज यह भी कर दिखाया है।

पार्टी कार्यकर्ताओं के हजारों वाहनों को रोका गया, सभी एसपी, डीसी खुद कर रहे थे इसकी मॉनिटरिंग

युवा आक्रोश रैली कार्यक्रम को असफल करने में राज्य सरकार सहित पूरा प्रशासनिक कुनबा बीते दो तीन दिनों जुटा हुआ था। राज्य सरकार द्वारा राज्य के सभी जिले के डीसी एसपी को इस काम में लगाया गया। एसपी डीसी ने सभी थानेदारों को इसका अनुपालन सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश दिया। दो दिन पूर्व से ही राज्य के सभी हिस्सों में वाहन मालिकों को रांची रैली में नहीं जाने को लेकर तरह तरह के भय दिखाए गए। फिर जब लोग रांची के लिए निकल पड़े तो हर थाना क्षेत्र में रास्ते में कई जगह चेकिंग के नाम पर गुंडागर्दी की गई। फिर रांची घुसने के पहले ही कई किलोमीटर दूर ही वाहनों को रोक दिया गया। बोडैया रोड, तुपुदाना चौक, धुर्वा गोलचक्कर, तिलता चौक, आईटीआई बस स्टैंड, नामकुम, कुसई, घाघरा, लॉ यूनिवर्सिटी, नेवरी में ही प्रशासन में बस पड़ाव बनाकर हजारों वाहनों को रोकने का काम किया। राज्य सरकार की पूरी ताकत के बाद भी युवाओं ने राज्य सरकार की छाती पर चढ़कर ऐतिहासिक सभा करके पुन: एक बार दिखा दिया कि युवा शक्ति के आगे कोई जोर नहीं चल सकता है।

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