झारखंड में हुए भूमि घोटाले की खुलेगी फाइल, अपर मुख्य सचिव से लेकर सचिव रैंक तक के अफसर रडार पर
रांची। झारखंड में हुए भूमि घोटाले की फाइल जल्द खुलेगी सूत्रों के अनुसार इस पर जल्द ही सीबीआई जांच शुरू करेगी। इस मामले में अपर मुख्य सचिव से लेकर सचिव रैंक तक के अफसर लपेटे में हैं बताते चलें कि राज्य गठन के बाद देवघर में 624 एकड़ सरकारी भूमि बेचने का आरोप है इस को लेकर सीबीआई ने 2012 में प्राथमिकी दर्ज की थी उसकी जांच अभी भी चल रही है इस मामले में अपर मुख्य सचिव रैंक के अफसर अरुण कुमार सिंह से स्पष्टीकरण भी पूछा गया है वही देवघर में डीसी रह चुके मनीष रंजन पर भी आरोप लगा है। बताते चलें कि इस चर्चित जमीन घोटाले के मामले में सीबीआई की विशेष कोर्ट ने 15 जनवरी 2018 को तत्कालीन सीओ राम नारायण राम को सरेंडर करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया था इसी मामले में देवघर के तत्कालीन सीईओ सिद्धार्थ शंकर चौधरी भी निलंबित हो चुके हैं सिद्धार्थ शंकर चौधरी ने विशेष न्यायाधीश सीबीआई के समक्ष आत्मसमर्पण किया था इसके बाद 10 अगस्त 2018 को उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। सूत्रों के अनुसार अगर इस मामले में आरोपी अफसरों अफसरों का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई तय है। बताते चलें कि झारखंड केकई ब्यूरोक्रेट्स भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए हैं स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले में आईएएस अफसर डॉ प्रदीप कुमार को जेल जाना पड़ा आलोक गोयल को उनके निधन से ठीक पहले ढंग से मुक्ति मिली शीला रपाज के खिलाफ भी घूस लेने की शिकायत मिली थी आईएएस अविनाश कुमार के खिलाफ सीबीआई का रेड पड़ा था

