हम पदक विजेता के साथ पल विजेता बनना चाहते हैं: सुमित्रा
पतरातू प्रखंड के रसदा ग्राम स्थित इंटरनेशनल मार्शल आर्ट्स कराटे ट्रेनिंग सेंटर में छोटे-छोटे बच्चे एवं बच्चियाँ लगातार कड़ी मेहनत कर ले रहे हैं कराटे का प्रशिक्षण। मॉडर्न मार्शल आर्ट कराटे डो फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वाधान में सेंसी विकास पाठक की देखरेख में ये बच्चे जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं ताकि ये अपने साथ क्षेत्र और देश का नाम विश्व स्तर पर रौशन कर सकें। वहीं लड़कियों का साफ कहना है कि हम पदक विजेता तो बनेंगे ही मगर हमारा मकसद है पल विजेता बनना है अर्थात वैसे पल जब लड़कियों पर भारी होते हैं असामाजिक तत्व, उन पलों में हम विजेता बने और इन असामाजिक तत्वों का मुँह तोड़ जवाब दे सकें। इसके लिए कराटे से बेहतर दूसरा कोई विकल्प हमें नजर नहीं आया इसलिए हम लगातार कराटे का प्रशिक्षण ले रहे हैं। दर्जनों की संख्या में लड़कियाँ और युवतियाँ लगातार बहा रही है कराटे ट्रेनिंग सेंटर में अपना पसीना। लोगो मे कराटे सीखने को लेकर बढ़ रही है रुझान।