सरना कोड को मान्यता देने की मांग को लेकर झामुमो का धरना प्रदर्शन आज
सरना धर्म कोड को मान्यता देने को लेकर पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा: सुदीप गुड़िया
खूंटी: सरना धर्म कोड को मान्यता देने और जातीय जनगणना में इसे शामिल करने की मांग को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के द्वारा आज सभी जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके लिए पूर्व में ही कार्यक्रम का निर्धारण किया गया है।

वहीं खूंटी में विशेष तैयारी की गई है। यहां पर झामुमो के विधायक और कार्यकर्ता सुबह दस बजे से ही धरना स्थल पर पहुंचने का सिलसिला प्रारंभ हो जाएगा।बताया जा रहा है कि धरना ऐतिहासिक होगा।
झामुमो विधायक सुदीप गुड़िया ने कहा कि आज का धरना ऐतिहासिक होने वाला है। आदिवासियों के उसकी पहचान के लिए यह लड़ाई है। इसे बीते कई सालों से केंद्र सरकार टालने का काम कर रही है। सिर्फ आदिवासियों का वोट लेने में आगे रहती है और जब आदिवासी के सम्मान की बात की जाय तो पीछे हट जाती है। उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार अनुमोदन कर केंद्र को यह प्रस्ताव भेज दी है तो केंद्र सरकार को इसे लागू करने में क्या आपत्ति है।भाजपा इस पर राजनीति कर रही है।
विधायक ने कहा कि पूरे देश के आदिवासियों के बीच सीएम हेमंत सोरेन बड़े नेता के रूप में जाने जाते हैं। आदिवासी समुदाय के हितों की रक्षा और उन्हें सम्मान दिलाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं।
देश में जातीय जनगणना से पहले सरना धर्म को लागू किया जाना चाहिए। जिससे इसकी वास्तविक संख्य का पता चल पाएगा। देश में आदिवासियों की कितनी संख्या है इसकी जानकारी होगी।
विधायक ने कहा कि सरना धर्म कोड की मांग को लेकर झारखंड से आंदोलन की शुरुआत हो रही है। आने वाले दिनों में पूरे देश में धरना प्रदर्शन होगा। सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में पूरे देश के अलग अलग राज्यों और जिला मुख्यालयों में सरना धर्म कोड की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
आने वाले समय में पूरे देश में आवाज उठेगा। पूरे देश में आंदोलन करेगी।

