सिरमटोली रैंप मामले में प्रदर्शन कर रहे आदिवासी संगठनों का पुलिस के बीच भिडंत
अल्बर्ट एक्का चौक पर सीएम हेमंत सोरेन का पुतला फूंका
रांची: राजधानी रांची के सिरमटोली सरना स्थल गेट पर फ्लाईओवर निर्माण में रैंप हटाने की मांग को लेकर विभिन्न आदिवासी संगठनों ने रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जामकर नारेबाजी की। साथ ही अल्बर्ट एक्का चौक पर पुतला फूंका।

सैकड़ों की संख्या में जुटे आदिवासी संगठन रविवार की शाम को जयलाल सिंह मुंडा स्टेडियम में जुटे,वहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला लेकर जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पहुंचे। जुलूस के साथ भारी संख्या में सुरक्षा बल भी साथ चल रहे थे। इसके अलावा अल्बर्ट एक्का चौक पर भी काफी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी।
आदिवासी संगठनों का जुलूस अल्बर्ट एक्का चौक से सर्जना चौक की तरफ जैसे ही बढ़ने लगा तो पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ पुलिस ने सख्ती दिखाया। इसके बाद चौक के दूसरी तरफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं जाम करना चाहा तो पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इतने में पुलिस से सभी प्रदर्शनकारी भीड़ गए। इसमें एक प्रदर्शनकारी ने पुलिस के ऊपर घुसा चला दिया। इसके बाद पुलिस ने जैसे ही उसे दौड़ाया तो वह भाग गए। हालांकि बाद में उक्त युवक पुलिस ने दबोच लिया। लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उसे छुड़ा लिया।
वहीं प्रदर्शन कर रहे आदिवासी मूलवासी मंच के मीडिया प्रभारी डबलू मुंडा ने कहा कि सिरमटोली सरना स्थल के पास रैंप निर्माण के खिलाफ हमलोग विभिन्न आदिवासी संगठन पिछले चार महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शांतिपूर्ण तरीके से मांग भी किया।लेकिन कोई सुनवाई नहीं,सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। अब तो भारी संख्या में पुलिस तैनात कर वहां पर रैंप का निर्माण कराया जा रहा है। इसका आदिवासी संगठन विरोध करता है और आज सीएम का पुतला फूंका है। वहीं आदिवासी मूलवासी मंच के अध्यक्ष सूरज टोप्पो ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस रैंप मामले में मौन हैं। इसका उनको निष्कर्ष निकालना चाहिए। एक आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद भी सरना स्थल रैंप को हटाया नहीं जा रहा है। सरना स्थल आदिवासियों का धर्म स्थल है और इसे सुरक्षित रखना हम सभी का दायित्व है। इस अवसर पर बबलू मुंडा,गंगोत्री कुजूर,जगलाल पाहन सहित कई आदिवासी संगठन के लोग मौजूद थे ।

