कामाख्या-गया ट्रेन में लूटपाट के दौरान बदमाशों ने लड़की को चलती ट्रेन से फेंका, इलाज के दौरान मौत

भागलपुर। मालदा डिवीजन के साहेबगंज-भागलपुर रेलखंड के बीच मंगलवार की सुबह अप कामाख्या धाम एक्सप्रेस (15620) में लूटपाट के विरोध के दौरान बदमाशों ने एक लड़की को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। यह हृदयविदारक घटना सबौर रेलवे स्टेशन के पास हुई। गंभीर रूप से घायल लड़की को मायागंज अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने मालदा रेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतका की पहचान खगड़िया निवासी सुनील कुमार की 21 वर्षीय पुत्री काजल कुमारी के रूप में हुई है। काजल अपने परिवार के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने जा रही थी। इसी दौरान सबौर स्टेशन के निकट बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया।

   घटना की जानकारी देते हुए मृतका की बहन जया ने रोते हुए बताया, हम सभी परिवार के सदस्य कामाख्या-गया ट्रेन से भागलपुर जा रहे थे। ट्रेन दो मिनट के लिए सबौर स्टेशन पर रुकी थी। तभी दो बदमाश मेरी दीदी का बैग छीनकर भागने लगे। दीदी ने विरोध किया और उनके पीछे दौड़ पड़ी। तभी एक बदमाश ने उन्हें धक्का दे दिया, जिससे वह चलती ट्रेन से नीचे गिर गईं। चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका गया, लेकिन आरपीएफ ने हमें कुछ देर तक ट्रेन में ही बैठाए रखा। फिर हमें सबौर स्टेशन पर छोड़ दिया गया। हमने दीदी के इलाज के लिए मदद की गुहार लगाई, लेकिन स्टेशन मास्टर और रेल पुलिस दोनों ने कोई मदद नहीं की। मैंने प्राइवेट एंबुलेंस की व्यवस्था की मांग की और कहा कि हम भुगतान कर देंगे, लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। करीब एक घंटे तक दीदी दर्द से तड़पती रही, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। जया ने आरोप लगाया, स्टेशन मास्टर और आरपीएफ की घोर लापरवाही ने मेरी दीदी की जान ले ली। अगर समय पर मदद मिल जाती, तो आज वह जिंदा होती।

   सबसे बड़ा सवाल यह है कि ट्रेन में आरपीएफ के जवान मौजूद थे, लेकिन सबौर में हुई इस घटना पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्होंने रेल पुलिस से मदद मांगी, लेकिन किसी ने काजल की मदद नहीं की। काजल की छोटी बहन जया का कहना है कि दीदी की समय पर मदद होती, तो उनकी जान बच सकती थी। पूरी तरह से टूट चुके काजल के परिजनों ने दोषियों और लापरवाह रेल अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। श काजल पूरे परिवार की उम्मीद थी, लेकिन रेलवे की लचर सुरक्षा व्यवस्था ने सबकुछ छीन लिया और एक घर को उजाड़ दिया।

    उधर, ट्रेनों में लगातार बढ़ती लूटपाट और यात्रियों की सुरक्षा में लापरवाही चिंता का विषय बनती जा रही है। अब देखना यह है कि रेलवे प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं। सूत्रों के अनुसार, भागलपुर जीआरपी ने मृतका के परिजनों के बयान पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध लूट और हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रेल पुलिस ने घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।

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