हेमंत सोरेन का विदेश दौरा सिर्फ कैमरा एक्सपोजर और सैर सपाटे के लिए:-प्रतुल शाहदेव
रांची:भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के यूरोप दौरे पर निशाना साधा है।उन्होंने कहा, यह सिर्फ कैमरा एक्सपोजर और और सैर सपाटे की दृष्टि से किया जा रहा है। ये पूरा दौरा करदाताओं के पैसे का अनावश्यक निवेश है।वे वास्तविकता में पर्यटन के उद्देश्य से स्पेन और स्वीडन का दौरा कर रहे हैं। स्वीडन और स्पेन में वर्ष 2024 में 13 करोड पर्यटक घूमने आए थे।मुख्यमंत्री जी अपने दल के साथ इस संख्या में इस वर्ष इजाफा करने जा रहे हैं।
प्रतुल ने कहा कि झारखंड एक खनन और कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। भारत के जीडीपी का लगभग 15% हिस्सा कृषि से आता है।देश के साथ झारखंड की बड़ी आबादी रोजगार के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर आश्रित है। प्रतुल ने कहा कि जबकि स्पेन के जीडीपी का मात्र 2.5% हिस्सा कृषि से आता है और स्वीडन का तो सिर्फ 1.7% जीडीपी का हिस्सा कृषि पर आधारित है। कृषि क्षेत्र में तो झारखंड और भारत इन देशों से कहीं आगे हैं।
प्रतुल ने कहा कि झारखंड में कोयला खदानें, लौह अयस्क खदानें, बॉक्साइट खदानें बड़ी संख्या में है।खनन और कृषि क्षेत्र में निवेश प्रदेश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। भारत की खनन टेक्नोलॉजी स्पेन और स्वीडन की तुलना में कहीं ज्यादा उन्नत है। इन दोनों देशों में खनन का कोई बहुत बड़ा इतिहास भी नहीं रहा है। प्रतुल ने कहा कि खनन क्षेत्र में इन देशों से कोई बड़े निवेश या टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की अपेक्षा नहीं की जा सकती है।
प्रतुल ने कहा स्पेन और स्वीडन अमेरिका के द्वारा 20% टैरिफ लगाए जाने के बाद आने वाले गंभीर मंदी की समस्या से निकलने पर फोकस कर रहे हैं। स्पेन की इकोनॉमी का मुख्य आधार टूरिज्म और सर्विस सेक्टर है।जब तक झारखंड का विधि व्यवस्था नहीं सुधरेगा तब तक पर्यटकों की संख्या में वृद्धि नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री को पहले अपने राज्य के विधि व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए था। प्रतुल ने कहा कि स्पेन में 25 वर्ष से कम उम्र के युवाओं की बेरोजगारी 28.4% है।स्पेन के 12000 यूनिट औद्योगिक यूनिट या तो बंद हो गए हैं या बंदी की तरफ बढ़ रहे हैं। ऐसे में स्पेन के उद्योग पहले अपने घर को बचाएंगे की झारखंड में निवेश करेंगे? प्रतुल ने कहा वैसे स्पेन का ‘ला टोमैटिना’ (टोमैटो फेस्टिवल), ‘ फिएस्टा दे सैन फर्मिन’ (बुल चेज) और ‘ला लिगा’ (स्पेनिश फुटबॉल लीग) पर्यटकों में बहुत प्रसिद्ध है।शायद मुख्यमंत्री जी को भी ये तीनों पसंद है।
प्रतुल ने कहा कि स्वीडन की स्थिति तो और भी खराब हो गई है।2023 में स्वीडन की जीडीपी में .7% से 1.2% तक कम हुई थी।वहां आवास निर्माण में भारी गिरावट आई है।प्रतिष्ठित संस्था यूरोफाउंड की रिपोर्ट के अनुसार 2024 में स्वीडन में 25 वर्ष से कम उम्र के बेरोजगार युवाओं की संख्या 23.8% है। स्वीडन में 2023 की मंदी में हजारों औद्योगिक इकाइयां रुग्ण हो गई थी।स्वीडन की सरकार का फोकस उनको बचाने पर है।फिलहाल बाहरी निवेश प्राथमिकता में नहीं है।
प्रतुल ने कहा कि इस दौरे का एक आश्चर्यजनक पहलू यह भी है कि औद्योगिक निवेश के लिए गए इस प्रतिनिधि मंडल से उद्योग मंत्री ही गायब हैं। प्रतुल ने कहा यह तो वही स्थिति हो गई कि पूरी बारात रवाना हो गई,लेकिन दूल्हे को घर में ही छोड़ दिया गया।उद्योग मंत्री को नहीं ले जाना यह स्पष्ट कर रहा है कि यह सिर्फ पर्यटन यात्रा है।निवेश लाने से इसका कोई संबंध नहीं।
प्रतुल ने कहा कि सीएम को स्वीडन के स्टॉकहोम जरूर जाना चाहिए, जहां बोफोर्स का मुख्यालय है। उन्हें उस कार्यालय की कार्य पद्धति से भी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा कि भ्रष्टाचार का रास्ता आखिर कैसे सुगम हो सकता है।आखिरकार उनके सहयोगी दल कांग्रेस ने देश के इतिहास का सबसे बड़ा बोफोर्स घोटाला इसी कंपनी के साथ मिलकर किया था।
प्रतुल ने कहा कि लेकिन अभी भी संभावना है कि मुख्यमंत्री जी स्पेन और स्वीडन में स्थानीय कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ फोटो खिंचवा कर आएंगे। बड़े निवेश के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर का नाटक भी होगा और उसके बाद प्रतिनिधिमंडल देश लौट आएगा।कुछ दिन में सब कुछ भुला दिया जाएगा।लेकिन पर्यटन का उद्देश्य सफल हो जाएगा।

