पूर्वोत्तर के छात्रों का अभिनंदन झारखंडी परंपरा से किया गया

रांची: अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा 2025 के निमित्त सोमवार को मैत्री सभागार आर्ट्स ब्लॉक महिला महाविद्यालय रांची में नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि झारखंड हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति एसएन पाठक एवं मुख्य वक्ता के रूप अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक जी,सरला बिरला विश्वविद्यालय के डायरेक्टर जनरल गोपाल पाठक,रांची विश्वविद्यालय कुलपति डॉ अजीत सिन्हा ने एक साथ दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक जी ने कहा कि “अंतर-राज्य छात्र जीवन दर्शन की ‘राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा’ के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत के युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों के बारे में प्राप्त हो रही जानकारियों से वे स्वयं तो समृद्ध होंगे ही साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों के विकास की दिशा में ये अनुभव दूरगामी सिद्ध होंगे।एक वर्ष के अंतराल पर भारत के विभिन्न राज्यों के युवाओं की पूर्वोत्तर आने वाली यात्रा इसी प्रकार पूर्वोत्तर की समृद्ध संस्कृति तथा विरासत से सीधे जुड़ाव का अवसर देती है।पूर्वोत्तर के प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा’ के माध्यम से प्रतिदिन नए सकारात्मक अनुभव प्राप्त हो रहे हैं,सन् 1966 में शुरू हुए SEIL (सील) के माध्यम से पूर्वोत्तरीय राज्यों के हजारों युवाओं ने शेष भारत के साथ सहजता तथा बंधुत्व भाव को प्रत्यक्षतः प्राप्त किया है।यात्रा में भाग ले रहे प्रतिनिधियों का रात्रि विश्राम स्थानीय परिवारों के साथ हो रहा है,इस कारण अलग-अलग राज्यों के पारिवारिक मूल्यों के प्रति भी प्रतिनिधियों को जानने के अवसर मिल रहे हैं।”
झारखंड हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति एसएन पाठक सर ने कहा कि ‘राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा’ के द्वारा पूर्वोत्तर भारत के युवाओं को झारखंड राज्य के रांची से प्रत्यक्ष परिचय करने तथा सकारात्मक मूल्यों को आत्मसात करने का यह अवसर निश्चित ही उन्हें जीवन में आगे बेहतर करने की प्रेरणा देगा।

स्वागत समिति के अध्यक्ष आतिश कुमार सिंह ने कहा कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धा अटल बिहारी वाजपेई जी के कुछ पंक्तियों के साथ अपना वक्तव्य प्रारंभ किया इस क्रम में उन्होंने कहा भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं बल्कि जीता जगता राष्ट्र पुरुष से और हम जिएंगे तो भारत के लिए और मरेंगे तो भारत के लिए और मारने करने के बाद भी अगर आस्तियों से कोई कान लगाकर सुनेगा तो उसे भी भारत माता की जय का उद्घोष सुनने को मिलेगा।उन्होंने कहा यह एकात्मता यात्रा भारत के शेष राज्यों के साथ एक समृद्ध एवं सशक्त संबंध में माहिती भूमिका निभैगी।

अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा 2025 के निमित्त पूर्वोत्तर के विद्यार्थियों ने रांची के प्रेस क्लब में मीडिया बंधुओं के साथ संवाद किया। सील यात्रा के निमित्त अंतिम कार्यक्रम आज मैत्री सभागार आर्ट्स ब्लॉक महिला महाविद्यालय रांची में नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम का शुभारंभ आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति एसएन पाठक एवं मुख्य वक्ता के रूप अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक जी,सरला बिरला विश्वविद्यालय के डायरेक्टर जनरल गोपाल पाठक,रांची विश्वविद्यालय कुलपति डॉ अजीत सिन्हा , विद्यार्थी परिषद की प्रदेश अध्यक्ष डॉ मौसमी पाल एवं प्रदेश सह मंत्री शशि बड़ाइक, पूर्वोत्तर की छात्र प्रतिनिधि तपाक ओकम एवं कृष्णा ने एक साथ दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक जी ने कहा कि “अंतर-राज्य छात्र जीवन दर्शन की ‘राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा’ के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत के युवाओं को अलग-अलग क्षेत्रों के बारे में प्राप्त हो रही जानकारियों से वे स्वयं तो समृद्ध होंगे ही साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों के विकास की दिशा में ये अनुभव दूरगामी सिद्ध होंगे।एक वर्ष के अंतराल पर भारत के विभिन्न राज्यों के युवाओं की पूर्वोत्तर आने वाली यात्रा इसी प्रकार पूर्वोत्तर की समृद्ध संस्कृति तथा विरासत से सीधे जुड़ाव का अवसर देती है।पूर्वोत्तर के प्रतिनिधियों को राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा’ के माध्यम से प्रतिदिन नए सकारात्मक अनुभव प्राप्त हो रहे हैं,सन् 1966 में शुरू हुए SEIL (सील) के माध्यम से पूर्वोत्तरीय राज्यों के हजारों युवाओं ने शेष भारत के साथ सहजता तथा बंधुत्व भाव को प्रत्यक्षतः प्राप्त किया है।यात्रा में भाग ले रहे प्रतिनिधियों का रात्रि विश्राम स्थानीय परिवारों के साथ हो रहा है,इस कारण अलग-अलग राज्यों के पारिवारिक मूल्यों के प्रति भी प्रतिनिधियों को जानने के अवसर मिल रहे हैं।”

झारखंड हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति एसएन पाठक सर ने कहा कि ‘राष्ट्रीय एकात्मता यात्रा’ के द्वारा पूर्वोत्तर भारत के युवाओं को झारखंड राज्य के रांची से प्रत्यक्ष परिचय करने तथा सकारात्मक मूल्यों को आत्मसात करने का यह अवसर निश्चित ही उन्हें जीवन में आगे बेहतर करने की प्रेरणा देगा।

स्वागत समिति के अध्यक्ष आतिश कुमार सिंह ने कहा कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धा अटल बिहारी वाजपेई जी के कुछ पंक्तियों के साथ अपना वक्तव्य प्रारंभ किया इस क्रम में उन्होंने कहा भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं बल्कि जीता जागता राष्ट्र पुरुष से और हम जिएंगे तो भारत के लिए और मरेंगे तो भारत के लिए और मरने करने के बाद भी अगर आस्थियों से कोई कान लगाकर सुनेगा तो उसे भी भारत माता की जय का उद्घोष सुनने को मिलेगा।उन्होंने कहा यह एकात्मता यात्रा भारत के शेष राज्यों के साथ एक समृद्ध एवं सशक्त संबंध में माहती भूमिका निभाएगी।

अभाविप झारखंड प्रदेश की प्रदेश अध्यक्ष मौसमी पाल एवं प्रदेश सह मंत्री शशि बड़ाइक ने सभी विद्यार्थियों को पूर्वोत्तर भ्रमण के लिए आमंत्रण करते हुए बताया कि कभी उगते हुए सूर्य को देखना हो तो पूर्वोत्तर आइए।सीमा के अंतिम क्षोर पर भारत भक्ति संजोए पूर्वोत्तर के लोग स्वागत में खड़े है।

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