नहीं रहे रतन टाटा,सीएम हेमंत सोरेन,केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा,शिक्षा मंत्री वैद्यनाथ राम ने शोक प्रकट किया
रांची: झारखंड के अनमोल रत्न उद्योगपति रतन टाटा नहीं रहे। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे 85 साल के थे।
रतन टाटा के निधन पर पूरे देश में उद्योग जगत में शोक की लहर है। वहीं सीएम हेमंत सोरेन,पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा,शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम ने शोक प्रगट किया है।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रतन टाटा के असामयिक निधन पर एक दिन का राजकीय शोक की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने दु:ख एवं संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि रतन टाटा देश के अनमोल रत्न थे। उन्होंने उद्योग जगत के साथ-साथ समाजसेवा एवं परोपकार के क्षेत्र में देश और दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ी है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। वे एक सच्चे राष्ट्रवादी थे उनका जीवन उपलब्धियों से भरा रहा है। श्री रतन टाटा एक-एक देशवासियों के दिलों में राज करते थे। इनका निधन राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर इस पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति, ॐ शांति!*
पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के प्रख्यात उद्योगपति, ‘पद्म विभूषण’ रतन टाटा जी का निधन अत्यंत दुःखद है। वह एक असाधारण इंसान थे।उनका जाना उद्योग जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका सम्पूर्ण जीवन देश के औद्योगिक और सामाजिक विकास को समर्पित था।ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और उनके परिजनों और प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।ॐ शांति!
शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम ने कहा कि रतन टाटा ने उद्योग जगत सहित समाजसेवा में नाम रोशन किया था। उनका निधन राष्ट्र के लिए क्षति है।