07अक्टूबर सोमवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)आज आपका दिन सामान्य रहेगा। धनार्जन करने में सफलता निश्चित है । व्यस्त रहेंगे लेकिन शाम को आराम का अवसर मिलेगा।व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय व धार्मिक भावना बढ़ेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करना चाहिए। व्यापार में कर्मचारियों पर अधिक विश्वास न करें। खुद के लिए समय निकालें , व्यायाम करें। आराम करें। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी , वु , वे, वो)अपनी बुद्धिमत्ता से आप सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। निजीजनों में असंतोष हो सकता है। व्यापार में इच्छित लाभ होगा। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। मान बढ़ेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। परिवर्तनशील मौसम का ध्यान रखें।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
मेहनत का फल मिलेगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी।धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। भूमि, आवास की समस्या रह सकती है। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। संतान से कष्ट न हो इसलिए संस्कार लाभप्रद रहेंगे। थकान रहेगी , खुद के लिए भी समय निकालना चाहिए।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य पर व्यय होगा । विवाद से दूर रहे। यात्रा में अपनी वस्तुओं का ध्यान रखें। कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह लाभकारी होगा । अधीनस्थों की ओर ध्यान दें भाग्योदय होगा। बाहर का खाना खाने से बचें।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)राजकीय सहयोग मिलेगा एवं इस क्षेत्र के व्यक्तियों से संबंध बढ़ेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। थकान रहेगी। जोखिम न लें। विवाद से दूर रहें। वाणी पर संयम रखें। अनचाहे दोस्त न बनाएँ।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। कामकाज में धैर्य रखने से सफलता मिल सकेगी। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा। योजनाएं फलीभूत होंगी। मित्रों में आपका वर्चस्व बढ़ेगा। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। नींद व विश्राम को समय दे।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
व्यावसायिक चिंता दूर हो सकेगी। स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएंगे व भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न लें। योजनाएं फलीभूत होंगी। आराम भरपूर करें।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
समाज में प्रसिद्धि के कारण सम्मान में बढ़ौत्री होगी। संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे। परिवार की समस्याओं को अनदेखा न करें। बुजुर्गों से आशीर्वाद जरूर लें।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखना आवश्यक है । लेन-देन में सावधानी रखें। विवाद न करें। समय अनुकूल नहीं है। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा , जीवनसाथी खुश है तो धन के योग हैं। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाए रखें। सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के योग आएंगे।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
संतान से मदद मिलेगी। आर्थिक स्थिति में प्रगति की संभावना है। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय काम बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। चिंता रहेगी। जोखिम न उठाएं। अचानक धन की प्राप्ति के योग हैं। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें नहीं तो स्वास्थ्य पर असर निश्चित है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)नए अनुबंध होंगे। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। बेकार के झंझटों में न पड़ें। शत्रु सक्रिय रह सकते हैं सतर्क रहें । कार्य की प्रवृत्ति में यथार्थता व व्यावहारिकता का समावेश आवश्यक है। व्यापार में नई योजनाओं पर कार्य नहीं होंगे। जीवनसाथी का ध्यान रखें। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)आज आपका आध्यात्म पर ध्यान और विश्वास बढेगा।धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। बुद्धि एवं तर्क से कार्य में सफलता के योग बनेंगे। यात्रा कष्टप्रद हो सकती है। अतः उसका परित्याग करें। व्यापार लाभप्रद रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞*
🌤️ दिनांक – 07 अक्टूबर 2024
🌤️ दिन – सोमवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – चतुर्थी सुबह 09:47 तक पंचमी
🌤️ नक्षत्र – अनुराधा 08 अक्टूबर रात्रि 02:25 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा
🌤️ योग – प्रीति सुबह 06:40 तक तत्पश्चात आयुष्मान
🌤️ राहुकाल – सुबह 08:00 से सुबह 09:29 तक
🌤️ सूर्योदय -05:42
🌤️ सूर्यास्त- 06:01
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – उपांग – ललिता पंचमी
💥 विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
👉🏻 महाष्टमी और कन्या पूजन कब करे⤵️
🌷 बहुत समस्या रहती हो तो 🌷
🙏🏻 जिनको कोई तकलीफ रहती है, कर्जा है, काम धंधा नहीं चलता, नौकरी नहीं मिलती तो
सोमवार का दिन हो ना सुबह बेलपत्र, पानी और दूध | पहले दूध और पानी शिवलिंग पर चढ़ा दो फिर बेलपत्र रख दो |
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं | त्रिजन्म पापसंहारम् एकबिल्वं शिवार्पणं ||
पाँच बत्ती वाला दीपक जलाकर रख दो और बैठकर थोडा अपना गुरुमंत्र जपो | तो जप भी हो जायेगा, जप का जप, पूजा की पूजा, काम का काम |
मंगलवार को २ मिनट लगेंगे अगर गन्ने का रस मिल जाय थोडा सा या घर पर निकाल सकते है | वो थोडा रस शिवलिंग पर चढ़ा दिया |
मृत्‍युंजय महादेव त्राहिमाम् शरणागतमं | जन्म मृत्यु जराव्याधि पीड़ितं कर्मबंधनेहि ||
बुधवार को थोडा जप कर लिया जल आदि चढ़ा दिया, नारियल रख दिया अगर हो तो नहीं तो कोई जरुरत नहीं है | जिनको ज्यादा तकलीफे है उनके लिए है और जिनको न हो तो हरि ॐ तत् सत् बाकी सब गपसप |
🌷 शारदीय नवरात्रि 🌷
🙏🏻 भय का नाश करती हैं मां कात्यायनी
*नवरात्रि के षष्ठी तिथि पर आदिशक्ति दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा करने का विधान है। महर्षि कात्यायनी की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए वे कात्यायनी कहलाती हैं। नवरात्रि के छठे दिन इनकी पूजा और आराधना होती है। माता कात्यायनी की उपासना से आज्ञा चक्र जाग्रृति की सिद्धियां साधक को स्वयंमेव प्राप्त हो जाती हैं। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौलिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है तथा उसके रोग, शोक, संताप, भय आदि सर्वथा विनष्ट हो जाते हैं।

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