झारखण्ड विधानसभा की गैर सरकारी संकल्प समिति ने खूंटी का दौरा किया
खूंटी:झारखण्ड विधानसभा की गैर सरकारी संकल्प समिति अपने दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को खूंटी पहुंचे। विशेष समिति के सभापति केदार हाजरा की अध्यक्षता में परिसदन भवन के सभागार में सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों संग बैठक किया । बैठक के प्रारंभ में उप विकास आयुक्त ने झारखण्ड विधानसभा की गैर सरकारी संकल्प समिति का खूंटी जिला आगमन को लेकर स्वागत एवं आभार व्यक्त किया गया। बैठक की कार्रवाई प्रारंभ करते हुए श्री हाजरा ने विभागों द्वारा संचालित कार्यों एवं योजनाओं की गहन समीक्षा किया। प्राप्त अद्यतन प्रगति प्रतिवेदन के आधार पर विभागीय पदाधिकारियों से जानकारी लिया एवं कई आवश्यक सुझाव एवं निर्देश दिया गया।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए सर्पदंश एवं कुत्ते के काटने जैसे मामलों में अस्पतालों में पर्याप्त दवा उपलब्ध रखने एवं समुचित इलाज का निर्देश दिया गया। वन प्रमंडल पदाधिकारी से जिले में हो रहे वृक्षारोपण की जानकारी ली गई एवं वृक्षों के बचाव को लेकर आवश्यक सुझाव दिए गए। बैठक में अपर समाहर्ता से राजस्व विभाग से जुड़े मामलों की जानकारी ली गई। इनमें मुख्य रूप से दाखिल खारिज, राजस्व संग्रहण समेत अन्य कार्यों की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिया गया। समीक्षा के दौरान श्री हाजरा द्वारा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता से हर घर नल योजना के तहत हाउसहोल्ड कनेक्शन एवं अन्य संचालित कार्यों की जानकारी ली गई। श्री हजार द्वारा विभाग के निर्देशानुसार निर्धारित समय पर कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए अब तक हुए रोपनी कार्य के संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी से जानकारी ली गई, वहीं सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए बीज संबंधी जानकारी लेते हुए शत प्रतिशत कृषकों के बीच बीज वितरण सुनिश्चित करने को कहा गया। भूमि संरक्षण विभाग की समीक्षा करते हुए तालाब जीर्णोद्धार के संबंध में जानकारी ली गई, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में 37 तालाबों के जीणोद्धार का कार्य किया जाना है, जिसे लेकर श्री हजार द्वारा विभागीय निर्देशानुसार कार्यों को संपन्न कराने को कहा गया। कल्याण विभाग के तहत छात्र-छात्राओं को दिए जाने वाले प्री मैट्रिक/पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, साइकिल वितरण समेत अन्य लाभ की जानकारी ली गई। साथ हीं कल्याण विभाग के तहत वन पट्टा निर्गत करने को लेकर भी आवश्यक सुझाव दिए गए।
इस बैठक में मुख्य रूप से उप विकास आयुक्त, वन प्रमंडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, सभी विभागों के पदाधिकारी एवं कार्यपालक अभियंता समेत अन्य संबंधित उपस्थित थे।