अध्यक्ष महोदय,एक सप्ताह के अंदर स्कूलों में पुस्तक पहुंच जायेगा: बैद्यनाथ राम
रांची: झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को सदन में भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने स्कूलों में समय पर पुस्तक वितरण नहीं होने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पुस्तकों का वितरण अबतक नहीं होना यह छात्र- छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। इसलिए विभागीय मंत्री को सदन में बताना चाहिए कि 97प्रतिशत किताबों का वितरण कब हुआ है। साथ कहा कि इसमें वित्तीय अनियमितता है और इसकी जांच की मांग की। संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई होना चाहिए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने भी मंत्री से मामले की जांच करवाने की बात कही।
वहीं सरकार का उत्तर देते हुए संसदीय कार्य मंत्री बैद्यनाथ राम ने कहा कि स्कूलों में पुस्तकों का वितरण समय पर शतप्रतिशत हो जाता। लेकिन अचार संहिता लगने के कारण पुस्तक वितरण का कार्य को रोका गया था। लेकिन एक सप्ताह के अंदर सभी स्कूलों में पुस्तकों का वितरण हो जायेगा। इस पर
विधायक ने कहा यह कैसे मान ले कि एक सप्ताह में पुस्तक पहुंच जायेगा,जब दो महीने में नहीं हुआ। मंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग के आदेश के आलोक में यह काम रुका था। जब मैं कहा रहा हूं कि एक सप्ताह के अंदर कार्य पूरा हो जाएगा तो इसमें कहां पर गड़बड़ी है महोदय। मुद्रक को प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचाने का स्पष्ट निर्देश है और प्रखंड से स्कूल तक भेजने की जिम्मेवारी सरकार के पास है। मुद्रक ने प्रखंड मुख्यालय तक पहुंचाया है। लेकिन इसी समय इलेक्शन कमिशन के आदेश पर वितरण का कार्य रुका,इसमें सरकार के स्तर पर कोई गड़बड़ी नहीं है और ही नियत में किसी भी तरह का खोट है।
वहीं बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि सबसे पहले मंत्री को बताता चाहिए कि इसमें चुनाव आयोग का क्या आदेश है,इसको सदन में पढ़ कर सुनाना चाहिए और चुनाव आयोग के आदेश की एक कॉपी अध्यक्ष महोदय के पास भी देना चाहिए। इसके अलावा हम सभी विधायक हैं,हम सभी को फंड मिलता है अध्यक्ष महोदय, यदि कोई कार्य योजना चालू रहता है उसमे किसी भी प्रकार से रोकने का कोई व्यवस्था चुनाव आयोग की ओर से नहीं होता है अध्यक्ष महोदय। इसलिए इसमें अचार संहिता का कोई मतलब ही नहीं है। इस पर मंत्री बैद्यनाथ राम ने चुनाव आयोग के पत्र को सदन में पढ़ कर सुना दिया।
वहीं नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि जिला से स्कूल तक पुस्तक भिजवाने के लिए दर का निर्धारण नहीं हुआ है। इसके बाद सदन में विपक्षी विधायक हंगामा करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष ने पहली पाली में सदन की कार्रवाई 12:30तक स्थगित कर दिया।

