ग्रामीण विकास पदाधिकारी ने खुद साजिश रची स्वयं की अपहरण की कहानी
अनूप कुमार सिंह
पटना।कथित अपहरण की कहानी का नाटकीय पटाक्षेप हो गया। गौरतलब हो कि सोमवार की सुबह एक खबर तेजी से फैली!खुसरूपुर में कोशी एक्सप्रेस से एक सख्स को हथियार के बल पर अपहरण कर लिया गया। रेल पुलिस के हांथ पांव फूल गए।
पटना के रेल एस पी ए एस ठाकुर ने देर रात एक संवाददाता सम्मेलन कर इस कथित अपहरण का खुलासा किया। रेल एसपी श्री ठाकुर ने बताया कि रेल यात्री की अपहरण की सूचना मिलते ही रेल पुलिस में त्वरित कार्रवाई करते हुए वैज्ञानिक व तकनीकी जांच के आधार पर कथित अपहृत को बख्तियारपुर के चांदनी होटल से बरामद किया।दरअसल कोशी एक्सप्रेस से खुसरूपुर में कथित बीडीओ के अपहरण की सूचना पर जिला और रेल पुलिस घंटों हल्कान रही।खुसरूपुर,सालिमपुर,बख्तियारपुर थाना और बख्तियारपुर व रेल पोस्ट खुसरूपुर की पुलिस की नींद उड़ गई।सभी लोग मैदान में कूद पड़े।बाढ़ एसडीपीओ 2 अभिषेक सिंह एवं फतुहा एसडीपीओ 2 पंकज कुमार भी भाग दौड़ करने लगे।टेक्निकल अनुसंधान में लगी पुलिस को कथित अपहृत की सुराग मिल गई।पुलिस ने बख्तियारपुर स्टेशन के बगल के चांदनी होटल से कथित आर
डी ओ साहब को बरामद कर लिया और पूरा प्रशासन ने राहत की सांस ली।
पुलिस ने अपहृत दीपक कुमार से जब पूछताछ की तो पहले तो इसने कभी मंझौली में ट्रेन से उतारने तो कभी गया पहुंचने पर जान से मारने की धमकी देकर भरमाने का प्रयास किया। लेकिन जब जांच और पूछताछ का दायरा बढ़ा तो इसने अपहरण के साजिश की पूरी कहानी खोल दी।दीपक खुसरूपुर के बजाय बख्तियारपुर में ही उतर कर मोबाईल से अपने अपहरण की सूचना स्वजनों को दी और मोबाईल बंद कर लिया।
दीपक पहले से पूर्व निर्धारित साजिश के तहत खुसरूपुर के बजाय बख्तियारपुर में ही ट्रेन से उतर गया। जहां उसने तीन दिनों के लिए कमरा बुक करा रखा था। पूछताछ में जब योगदान से जुड़े मामले की तहकीकात हुई तो पता चला कि दीपक दूसरे हम नाम की बीपीएससी द्वारा प्रकाशित सूची में नाम दिखाकर घर वालों को गुमराह किया।गांव वालों ने भी दीपक की उपलब्धि पर खूब खुशियां बरसाई। पूजा पाठ और मिठाई वितरण के बाद दीपक योगदान के बहाने गया के लिए निकला और अपहरण की साजिश रच दी । सूत्रों की मानें तो इसने समय से नहीं पहुंचने के कारण चयन रद्द होने का भी फर्जी पत्र बना रखा था जो दो दिन बाद घर लौटकर परिवार और ग्रामीणों को दिखाता। पर बेचारे आर डी ओ साहब अपने ही बुने जाल में फंस गए।मामले की पटाक्षेप होने के बाद पुलिस ने दीपक को हिरासत में ले लिया है। बंद मोबाईल फोन की तकनीकी अनुसंधान के बाद अपहृत का लोकेशन यहां मिलने के बाद एसडीपीओ अभिषेक कुमार सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष देवानंद शर्मा, रेल थानाध्यक्ष कंचन कुमारी आदि ने बख्तियारपुर नगर के होटलों में छापेमारी की।छापेमारी के दौरान दीपक चांदनी होटल के एक कमरे में मोबाइल बंद कर यह सोता मिला।वहीं से उसे बरामद कर पुलिस थाने ले आई।दीपक की बरामदगी की सूचना ने पुलिस प्रशासन के साथ ही स्वजनों को राहत प्रदान की।