हेमंत सरकार में स्वास्थ्य सुविधा चरमराई: बालमुकुंद सहाय
प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री बालमुकुंद सहाय ने कहा कि हेमंत सरकार में स्वास्थ्य व्यवस्था धवस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार अवैध खनिज सम्पदा कि लूट में मस्त है। बालू, कोयला व अन्य खनिज सम्पदा की लूट मची है। इधर मरीज कि जान आफत में है। रिम्स की स्थिति और बदतर होती जा रही है। चारों अल्ट्रासाउंड मशीनें खराब है। मशीन खराब होने के कारण निजी किलिनिकों में जांच करवाना पड़ रहा है। गरीब व्यक्ति अस्पताल परिसर में मारा हुआ फिर रहा है। जेब से भारी भरकम पैसे खर्च करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं रिम्स में मरीजों को फर्श पर इलाज किया जा रहा है। मरीज फर्श पर इलाज कराने को मजबूर हैं।
श्री सहाय ने कहा कि प्रदेश के 4500 पंचायतों में 20 जनवरी तक झारखंड में लोगों को जरूरी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए हर गांव और पंचायत में दवा दुकान खोलने की योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है। इसमें हर पंचायत में कम से कम एक दुकान खुलनी थी। इस योजना के तहत राज्य की करीब 4500 पंचायतों में 5000 दवा दुकानें खुलनी थीं। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि हेमंत सरकार प्रदेश कि जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जब अपने उफान पर था तब जांच हेतु जिनोम सिकवेंसिंग मशीन कि आवश्यकता थी किन्तु लापरवाह सरकार के कारण समय पर मशीन कि खरीद भी नहीं हो सकी। अब जब मामले लगभग समाप्त हो गए तब मशीन कि खरीदारी की गयी है।