गुस्से में दलित समाज,विधायक बैद्यनाथ राम से की मुलाकात, कहा-हक मिलने तक करेंगे चरणबद्ध आंदोलन
रांची: लातेहार विधानसभा क्षेत्र से झामुमो विधायक बैद्यनाथ राम को चंपाई सोरेन मंत्रिमंडल में मंत्री नहीं बनाए जाने पर नाराज झारखंड के दलित समाज के लोगों में राज्य सरकार के प्रति आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते शनिवार की शाम को पासवान और रजक समाज के सैकड़ों लोगों ने सीएम का पुतला फूंका और रविवार को झामुमो विधायक बैद्यनाथ राम के धुर्वा स्थित सरकारी आवास पर बैठक की। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में दलित समाज के संतोष रजक,उपेंद्र रजक, दारा पावन,दीपक पासवान ने कहा कि चंपाई सोरेन की गठबंधन सरकार दलित विरोधी है। ये लोग दलित समाज का उत्थान नहीं चाहते हैं। सिर्फ चुनाव के समय दलितों का वोट लेने के लिए लंबी लंबी बातें करते हैं। जब दलित समाज के प्रतिनिधि को मंत्री बनाने की बात होती है तो कोई न कोई बहाना बना कर मुकर जाते हैं। समाज के लोगों ने कहा कि विधायक बैद्यनाथ राम को यदि इंसाफ नहीं मिला तो जल्द ही हरमू मैदान में बड़ा रैली का आयोजन किया जाएगा। इस रैली में चंपाई सोरेन गठबंधन की सरकार की दलित विरोधी नीतियों का पर्दाफाश किया जाएगा। साथ ही आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में
गठबंधन सरकार के सभी प्रत्याशी का बहिष्कार किया जायेगा।
वहीं झामुमो विधायक बैद्यनाथ राम ने सभी लोगों को समझाया। साथ ही कहा कि उन्हें सीएम चंपाई सोरेन पर विश्वास है। वे मेरे साथ गलत होने नहीं देंगे। सीएम ने दो दिन का समय मांगा है। सोमवार को कोई फैसला नहीं होता है तो फिर दूसरा कदम उठाया जाएगा।
विधायक ने कहा कि मेरे साथ जो कुछ हुआ है वह भगवान न करे किसी दूसरे के साथ हो। मंत्री विस्तार की सूची में नेता नाम दूसरे नंबर पर दिया गया। राजभवन से मुझे मंत्री की शपथ लेने के लिए वारंट भी आया। इसके बाद जब मैं शपथ ग्रहण के लिए राजभवन के लिए रवाना हुआ तो बीच रास्ते में ही मुझे मोबाइल पर फोन आता है कि आज के लिए आपको ड्राप किया जाता है। उन्होंने कहा जब मंत्री नहीं बनना था तो मेरा नाम मंत्री की सूची में राजभवन क्यों भेजा गया। मुझे यदि इंसाफ नहीं मिला तो मैं पार्टी छोड़ दूंगा।