आदिवासी और दलितों को अब 60 में नहीं 50 की उम्र से पेंशन,सीएम हेमंत सोरेन ने की घोषणा
बीस सालों में पूर्व की सरकार ने राज्य को खोखला और बीमारू बना दिया था
रांची: झारखंड के आदिवासी और दलित वर्ग के लोगों पर हेमंत सरकार खासे मेहरबान दिख रही है। राज्य सरकार के चार साल पूरे होने पर मोरहाबादी मैदान में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन ने आदिवासी और दलित वर्गों के लोगों को अब पचास की उम्र से ही पेंशन देने की घोषणा की है। इससे पहले 60 के बाद पेंशन मिलता था। क्योंकि 60 की उम्र में उनको कोई काम भी नहीं मिलता है। इस राज्य में मृत्यु दर बड़े पैमाने पर हो रही है।सीएम ने कहा कि जनजाति वर्गों के संरक्षण के लिए हमारी सरकार कई तरह की योजना चला रही है। उन्हें घर तक अनाज पहुंचाया जा रहा है। उनकी उच्चस्तरीय शिक्षा का खर्च सरकार वहन कर रही है।
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार बनाने के कुछ दिन बाद ही कोरोनाकाल आ गया। सरकार का दो साल कोरोना से निपटने में लग गया। सरकार ने इसमें भी बेहतर मैनेजमेंट किया और प्रवासी मजदूरों को हवाई जहाज से लाया और उसको घर तक पहुंचाने का काम किया। यही नहीं राज्य में कोई भी अफरा तफरी नहीं होने दिया गया। झारखंड जैसे गरीब राज्य ने कोरोनकाल में पूरे भारत में ऑक्सीजन सप्लाई करने का काम किया। सरकार का पूरा तंत्र जनता पर थी। कोरोना संक्रमण में सरकार ने दो दो मंत्री गवा दिए।
सीएम ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि बीस सालों में पूर्व की सरकार ने राज्य को खोखला और बीमारू बना दिया था। डबल इंजन की सरकार ने दोनों हाथों से राज्य को लूटने का काम किया। जनता ने चुनाव में सबक सिखाने का काम किया और भाजपा को सत्ता से दूर कर दिया। हमारी सरकार दिल्ली से नहीं झारखंड से चलती है। जनता में गठबंधन को मौका दिया और हमारी सरकार बनी। मैंने सरकार बनाने के साथ ही जानता किया काम किया है और निरंतर करता रहूंगा। बीस लाख अतिरिक्त राशन कार्ड बना कर राशन बांटने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने चार साल के अंदर 36 लाख से अधिक लोगों को पेंशन योजना से जोड़ा है। आज स्थिति यह है की राज्य में सभी वृद्धा को पेंशन मिल रहा है। भाजपा सरकार किसान विरोधी है। किसान विरोधी कानून बनाया। लेकिन किसानों ने एक साल तक पूरा दिल्ली को घेर कर रखा था। इस आंदोलन में हजारों किसानों की मौत हुई। केंद्र सरकार को काला कानून वापस लेना पड़ा।
सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड का करोड़ों रुपए बकाया रखा है। झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार करती है। वहीं नियुक्तियों की बात की जाय तो सरकार लगातार युवाओं को नौकरी दे रही है। आज भी इस कार्यक्रम में आठ हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र देने का काम किया है। इसके अलावा 45 हजार सरकारी नियुक्तियां हम लोग जल्द ही निकालने जा रहे हैं। हमारी सरकार सभी वर्गों को ध्यान में रखकर काम कर रही है। वही बुनियादी सुविधा भी गांव गांव पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा गया है। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के माध्यम से गांव गांव और पंचायत में जाकर लोगों को योजनाओं का लाभ दे रही है। यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
वहीं ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही विकास योजनाएं पूरे झारखंड के गांव गांव में चल रही है। लोगों को इसका लाभ दिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सिर्फ कहने में नहीं करने में विश्वास करती है।
कार्यक्रम में श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी राज्य सरकार की उपलब्धियों का बखान किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके मंत्री ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों के बीच नियुक्ति पत्र और परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। इसमें राज्य के कई जिले के लोगों की उपस्थिति रही। विकास योजनाओं पर लघु फिल्म भी दिखाया गया।
इस कार्यक्रम में सीएम की पत्नी कल्पना सोरेन, मंत्री कृषि मंत्री बादल,पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर, मंत्री बेबी देवी,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर,विधायक राजेश कच्छप,सीएस एल ख्यांगते,डीजीपी अजय कुमार सिंह,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे सहित कई नेता और अधिकारी मौजूद थे।