सभी पात्र लाभुकों को लाभान्वित करने का डीसी ने दिया निर्देश
खूंटी: उपायुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में शनिवार को विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान उपायुक्त द्वारा मत्स्य, गव्य विकास, पशुपालन, उद्यान, भूमि संरक्षण आदि विभाग से संबंधित कार्यों की समीक्षा कर निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हुए सभी पात्र लाभुकों को लाभान्वित करने का निदेश दिया गया तथा आ रही समस्याओं का त्वरित निष्पादन करने के आवश्यक निदेश दिए गए।
पशुपालन विभाग के माध्यम से – योजनाओं के तहत गाय, बकरी, सुअर, बत्तख का वितरण की समीक्षा की। उपायुक्त ने मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना की प्रगति के क्रम आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना का उचित अनुश्रवण भी किया जाना चाहिए।
मत्स्य पालन विभाग के माध्यम से- मछली पालन प्रशिक्षण और सरकारी अनुदान पर मछली फिंगरलिंग प्रदान करना।
मौके पर उन्होंने मत्स्य पदाधिकारी को केज कल्चर, बायो फ्लॉक व RFF हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में मत्स्य पालन पर भी विशेष जोर देने की आवश्यकता है।
योजना के तहत लोगों को जोड़ते हुए मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाए साथ ही पेलोल, डूमरगढ़ी एवं लटरगंज में आरपीसी व केज कल्चर एवं इससे मिलने वाले लाभ के संबंध में चर्चा की गई।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा मत्स्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं से आमजनों को लाभान्वित करें।
इसके अतिरिक्त उच्च मूल्य कृषि एवं उन्नत कृषि गतिविधियों को लेकर किए जाने वाले कार्यों के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।
मौके पर उद्यान पदाधिकारी ने बताया कि विभाग के द्वारा मशरुम की खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया गया है। साथ ही उन्हें मशरुम किट भी उपलब्ध कराए गए हैं।
परम्परागत खेती के अतिरिक्त उन्नत खेती को भी बढ़ावा दिया जाना है। उन्होंने उद्यान पदाधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में व्यापक स्तर पर फूलों की खेती भी की जाय। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि जिले में हार्टिकल्चर को लेकर भी किसानों को जागरूक किया जाय।
उपायुक्त ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने विभाग से संबंधित जानकारी किसानों को उपलब्ध कराएं। साथ ही इससे संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को उद्यान कृषि, मत्स्य पालन एवं पशुपालन से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराते हुए उन्हें प्रशिक्षित करें।
इसमें उन्होंने मुख्य रूप से विकास के मानकों पर विशेष रूप से कार्य करने के निर्देश दिए। इस दिशा में सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें।
साथ ही उन्होंने सभी सम्बन्धित अधिकारी व कर्मी को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश देते हुए कहा कि कल्याणकारी योजनाओं को सफल बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।