कृषि और उद्योग एकसाथ मिलकर कृषि जगत में नई क्रांति का करेंगे आगाज : जितेंद्र सिंह
रांची: झारखंड सरकार में उद्योग विभाग के सचिव जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि कृषि और उद्योग एकसाथ मिलकर कृषि जगत में नई क्रांति का आगाज करेंगे। झारखंड में इसकी असीम संभावना है। वे शुक्रवार को आड्रे हाउस में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आयोजित कृषि और खाद्य प्रसंस्करण सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि मंच से संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एग्री फूड इंडस्ट्री बढ़ावा देने के लिए सरकार कई तरह की योजना चला रही है।
कृषि आधारित उद्योग को बढ़ावा देने और किसानों की आय में बढ़ोतरी करने के लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है। फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स में किसान अपने उत्पादों का मूल्य वर्धन कर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
उन्होंने भारत सरकार की स्कीम पीएमएफएमई के बारे में जानकारी दी।इस योजना के माध्यम से खराब आर्थिक स्थिति वाले लोग भी खुद का खाद्य संबंधी व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत उद्यमियों को तकनीकी ज्ञान, कौशल प्रशिक्षण और हैंड होल्डिंग सहायता सेवाओं के माध्यम से क्षमताओं का निर्माण किया जाएगा। वहीं, दूसरी ओर सभी मौजूदा सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के उद्यमियों को ऋण प्रदान कराया जाएगा। जिससे वो अपनी तकनीकी व्यवस्था को सुधार सकते हैं।
इसमें बेरोजगारों को उद्योग लगाने के लिए दस लाख का अनुदान देती है। साथ ही इसमें सरकार 35प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है।
वहीं उधोग विभाग के महाप्रबंधक राजीव रंजन ने कहा कि जिले में खाद्य पर आधारित उद्योग को बढ़ावा देना इस सम्मेलन का उद्देश्य है।उन्होंने कहा कि पीएमएफएमई योजना का लाभ लेकर बेरोजगार माइक्रो इंडस्ट्री लगा सकते हैं।
रांची के डीडीसी दिनेश कुमार यादव ने कहा कि फूड प्रोसेसिंग में बहुत संभावना है। कार्यक्रम में ज्वाइंट डायरेक्टर इंद्रजीत यादव,डॉ. संजय कुमार,आईएएस रमेश घोलप, एस अग्रवाल,आत्मा के पदाधिकारी संजय कुमार सहित कई अतिथियों ने मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने की बात कही।
उद्घाटन सत्र समाप्ति के बाद दूसरे सत्र में तकनीकी पर चर्चा हुई। इस सत्र में अलग अलग जिले से आए उद्यमी और किसानों ने एग्री फूड पर अपनी बातों को रखा। वहीं कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।