भारत ने जीता जीएसएमए गर्वमेंट लीडरशिप अवार्ड
नई दिल्ली : मोबाइल संचार के लिए वैश्विक प्रणाली जीएसएम संघ (जीएसएमए) ने दूरसंचार नीति और विनियमन में सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने के लिए भारत को सरकारी नेतृत्व पुरस्कार 2023 प्रदान किया है।पुरस्कार की घोषणा करने के अवसर पर अपने संबोधन में संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी तथा रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली संघ-जीएसएमए पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किए गए दूरसंचार सुधारों की वैश्विक मान्यता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उन्होंने कहा कि सुधारों का असर हम सबने देखा है। आरओडब्ल्यू की अनुमति में पहले 230 दिन से अधिक समय लगता था, अब इसे 8 दिनों के भीतर स्वीकृति प्राप्त हो जाती है। 85 प्रतिशत से अधिक मोबाइल टावर क्लीयरेंस अब तात्कालिक हैं। 387 जिलों में लगभग 1 लाख स्थानों के साथ, भारत का 5-जी रोल-आउट दुनिया में सबसे तेज़ में से एक है। भारतीय दूरसंचार क्षेत्र एक उदीयमान क्षेत्र के रूप में उभरा है और पूरी दुनिया ने इस उत्थान पर ध्यान दिया है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वैश्विक मोबाइल संचार प्रणाली संघ-जीएसएमए, जो दूरसंचार ईकोसिस्टम में 750 से अधिक मोबाइल ऑपरेटरों और 400 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है, हर वर्ष एक देश को मान्यता प्रदान करता है। बार्सिलोना में 27 फरवरी, 2023 को मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस द्वारा आयोजित समारोह में भारत को विजेता घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘डिजिटल इंडिया’ परिकल्पना के बाद, सरकार सितंबर 2021 में संरचनात्मक और प्रक्रियात्मक सुधार लेकर आई। इसके बाद, लाइसेंस सुधार, पीएम गति शक्ति संचार पोर्टल का निर्माण, राइट ऑफ वे (आरओडब्ल्यू) को सुव्यवस्थित करने, स्पेक्ट्रम सुधार, उपग्रह सुधार आदि जैसी कई पहल की गईं। जिसके बदौलत आज भारत इस स्थान पर खड़ा है।