मुश्किल में IPS विकास वैभव, एक्शन के मूड में बिहार सरकार
पटना : वरिष्ठ IPS अफसर विकास वैभव की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। बिहार सरकार ने उन पर एक्शन लेने का लगता है मूड बना लिया है। अपनी हेड DG शोभा अहोतकर होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज) के खिलाफ सोशल मीडिया में टीका-टिप्पणी मामले में गृह विभाग ने उनको नोटिस जारी कर पूछा है कि आल इंडिया सर्विस कंडक्ट रूल 1968 और आफिसियल सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन में क्यों नहीं आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
वैभव विकास ने 8-9 फरवरी की रात अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी हेड के खिलाफ टिप्पणी की थी। लिखा था कि वह उनको गालियां देती हैं। उसके बाद वे लंबी छुट्टी की अर्जी लगाकर एक शादी समारोह में सिलीगुड़ी चले गए। इधर, DG अहोतकर ने उनको कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा था और उनकी लंबी छुट्टी की अर्जी रद्द करने की सिफारिश कर दी थी। जब नोटिस का जवाब नहीं मिला तो गृह विभाग से उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश कर दी थी।
इस बीच, शादी समारोह से लौटे वैभव ने अपर मुख्य गृह सचिव को चिट्ठी लिखकर अपना दुखड़ा रोया था। साथ ही नोटिस का जवाब देने के लिए कम से कम एक सप्ताह या 14 दिन का समय मांगा था। साथ ही होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज से किसी दूसरे विभाग में तबादला कर देने अथवा लंबी छुट्टी पर जाने देने की अनुमति मांगी थी। लेकिन गृह विभाग ने उनकी तमाम दलीलें अनसुनी कर दी और कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।
बता दें कि अपने सांप्रदायिक-राजनीतिक रुझानों के चलते हमेशा विवादों में रहने वाले IPS वैभव को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी फटकार लगी थी। उन्होंने कहा था कि ट्वीट करना अफसरों का काम नहीं है। कोई समस्या हो तो सीनियर से बात करें।
विवाद
वहीं, छात्रों-नौजवानों का एक समूह IPS विकास वैभव के पक्ष में प्रदर्शन करने लगा है। वे विकास वैभव को आधुनिक युग का विवेकानंद और बिहारी अस्मिता का प्रतीक बताने लगे हैं। धरना-प्रदर्शन का सिलसिला अब भी जारी है।
वैभव के खिलाफ पहले से भी एक मामला विचाराधीन है। पिछ्ले साल माले के विधायक अजित कुशवाहा ने विधानसभा में मामला उठाया था। सांप्रदायिक और उन्मादी तत्वों से सम्मान हासिल करने और उनको सम्मानित करने पर कार्रवाई की मांग की थी।