कौन सुनेगा, किसको सुनाएं, इसीलिए चुप रहते हैं…
प्रमोद उपाध्याय,हजारीबाग
कौन सुनेगा, किसको सुनाऊं, इसलिए चुप रहते हैं। जीं हां ये हजारीबाग शहर का है। शहर में आने जाने वाले संदिग्ध लोगों की गतिविधियां की निगरानी के लिए प्रमुख स्थलों पर लगाए गए कई सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं। ऐसे में शहर के अंदर आने जाने वाले संदिग्ध लोगों को चिन्हित करना मुश्किल हो गया है। पुलिस के लिए भी चुनौती बन गई है। अपराधियों पर निगरानी के लिए शहर में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरा लगाए गए थे। ताकि उनपर नजर रखी जाए सके। लेकिन पिछले कई महीनों से कैमरा खराब होने से शहर में अपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं।
क्या कहते हैं पुलिसकर्मी
पुलिसकर्मियों का कहना है कि हम अपनी आपबीती किसको सुनाएं। सीसीटीवी ठीक रहता तो जांच करने में परेशानी नहीं होती। अनुसंधान कर मामले के तह तक पहुंचे जाते। मगर हम सब अपने अलावा अधिकारियों को भी अपनी आपबीती नहीं सुना पाते। ऐसा चलता रहा तो अपराध बढ़ेगा। जिले के सभी थाना अंतर्गत सभी एरिया में सीसीटीवी लगभग खराब है ।सदर थाना ,बड़ा बाजार थाना ,लोहसिंगना थाना कोर्रा थाना, मुफस्सिल थाना, पेलावल थाना शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, की मेन दरवाजा और ट्रॉमा सेंटर के सीसीटीवी काम ही नहीं कर रहा। लगातार मोटरसाइकिल चोरी की घटना हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रामनवमी का त्यौहार आ गया है और इस समय कम से कम शहर में लगे कैमरा को ठीक था करवाना प्रशासन की जिम्मेवारी बनता है जिससे शहर का विधि
व्यवस्था सुचारु रुप से चल पाए
क्या कहती हैं उपायुक्त
डीसी नैंसी सहाय ने कहा कि पूरे शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच कराई जाएगी। इस पर प्रशासन गंभीर है। जो खराब है उसे तत्काल ठीक कराया जाएगा।