बिहार में 47 लाख 72 हजार 349 मनरेगा जॉब कार्ड रद्द

पटना : बिहार में 47 लाख 72 हजार 349 मनरेगा जॉब कार्ड रद्द कर दिए गये हैं। फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के लिए तथा अनुपयोगी जॉबकार्ड को रद्द किये जाने की पुष्टि ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने भी की। वहीं, मनरेगा आयुक्त राहुल कुमार ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि फर्जीवाड़े पर कार्रवाई करें। किसी प्रकार के नकली जॉबकार्ड पर कोई भुगतान लिया गया हो तो राशि की भी वैसूली की जाएगी।
दरअसल, श्रमिकों के मनरेगा जॉब कार्ड को आधार से जोड़ना अनिवार्य कर दिया गया है। केन्द्र सरकार के इस निर्णय का अनुपालन बिहार में भी सख्ती से हो रहा है। इसको लेकर दिसम्बर और जनवरी में विशेष अभियान चलाया गया था। इस विशेष अभियान के साथ ही अबतक जॉबकार्ड की समीक्षा चल रही है। इस क्रम में सभी 38 जिलों को मिलाकर 47,72, 349 पारिवारिक जॉब कार्ड वित्तीय वर्ष 2022-23 में निरस्त किये गये हैं।
74 लाख 36 हजार 144 जॉब कार्ड भी रद्द
हाउसहोल्ड जॉबकार्ड को मनरेगा पोर्टल से डिलीट करने का बड़ा असर श्रमिकों के जॉब कार्ड पर भी पड़ा है।
इन परिवारों से जुड़े 74 लाख 36 हजार 144 जॉब कार्ड भी रद्द हो गये हैं। जिन 47.75 लाख हाउस होल्ड जॉब कार्ड को रद्द कर दिया गया है, उनमें सबसे अधिक वैशाली में 3,95,299 तो पटना जिले में 3 लाख 918 हैं। समस्तीपुर में 2,38,557, दरभंगा में 2,22,689, अररिया में 2,21,293, भोजपुर में 2 लाख 7126, कटिहार में 2 लाख 3241, गया में 2,01,764, भागलपुर में 2,11764 हाउसहोल्ड जॉबकार्ड रद्द किये गये हैं। 1.85 लाख तक जॉबकार्ड रद्द होने वाले जिलों में बेगूसराय, बक्सर, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, पूर्वी चंपारण, पूर्णिया प्रमुख हैं।

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