कोसी बराज पर चढ़ा पानी,इंडो-नेपाल रोड बंद,अब तक 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया,सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, खगड़िया समेत 09 जिलों में भयंकर बाढ़ का खतरा…

अनूप कुमार सिंह
पटना।बिहार में कोशी ने भयंकर तबाही मचा दिया है!पूरे कोशी इलाके में चारों तरफ तबाही का मंजर देख हाहाकार मचा हुआ है!बिहार सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया है! उत्तर बिहार के दर्जनों जिलों में लाखों परिवारों में हाहाकार मच गया है।
नेपाल में भारी बारिश से बिहार में हालात बिगड़ने लगे हैं। सुपौल में कोसी बराज के कुछ हिस्सों के ऊपर से पानी जा रहा है। इसके चलते इंडो-नेपाल रोड बंद कर दिया गया है। कोसी बराज से अब तक 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इससे पहले पानी के दबाव को देखते हुए कोसी बराज के सभी 56 फाटक खोले दिए गए हैं।गौरतलब हो कि
कोसी बराज से 3 बजे तक 5.41 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो चुका है। नदी में इतना पानी 56 साल बाद आया है। यह 1968 में नदी के सबसे अधिक फ्लो से सिर्फ 1 लाख क्यूसेक कम है।
वहीं वाल्मीकिनगर गंडक बराज से 3 लाख 39 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है, शाम तक 5 लाख 93 पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। यहां 21 साल पहले इतना पानी आया था। यह 2003 के फ्लो लेवल से थोड़ा ही कम है। दोनों नदियों में पानी शुक्रवार को ही बढ़ गया। गंडक बराज से सुबह 1 बजे तक 4.32 लाख क्यूेसेक पानी छोड़ा जा चुका है।
आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 12 जिलों के 20 प्रखंडों की 140 ग्राम पंचायतों की करीब 1.41 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है।
दूसरी ओर मौसम विभाग ने बिहार के 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें 5 जिलों में रेड और 7 जिलों में यलो अलर्ट है। इसके अलावा पटना समेत 13 जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की गई है।बिहार सरकार के
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से चेतावनी जारी की गई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने इन जिलों के डीएम को कहा है कि अगले 24 घंटे अहम है। किसी तरह की भी स्थिति से निपटने के लिए सभी जरूरी तैयारी कर लें। संबंधित एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखें।.विदित हो कि
नेपाल में भारी बारिश से बिहार में हालात बिगड़ने लगे हैं। सुपौल में कोसी बराज के कुछ हिस्सों के ऊपर से पानी जा रहा है। इसके चलते इंडो-नेपाल रोड बंद कर दिया गया है। कोसी बराज से अब तक 5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इससे पहले पानी के दबाव को देखते हुए कोसी बराज के सभी 56 फाटक खोले दिए गए हैं।
कोसी बराज से 3 बजे तक 5.41 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो चुका है। नदी में इतना पानी 56 साल बाद आया है। यह 1968 में नदी के सबसे अधिक फ्लो से सिर्फ 1 लाख क्यूसेक कम है।
दूसरी ओर मौसम विभाग ने बिहार के 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें 5 जिलों में रेड और 7 जिलों में यलो अलर्ट है। इसके अलावा पटना समेत 13 जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की गई है।

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