तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शन सह जागरूकता कार्यक्रम का केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया निरीक्षण
रामगढ़: डॉ० एस० राधाकृष्णन् शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय मेंचल रहे तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शन सह जागरूकता कार्यक्रम का केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा ने निरीक्षण किया। सर्वप्रथम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय अर्जुन मुण्डा, जनआकांक्षा सोसाइटी के सचिव मणिकांत सिन्हा, महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रितेश कुमार, महाविद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव संजय कुमार प्रभाकर, महाविद्यालय प्रबंधन समिति के सम्मानित सदस्य मनीष कुमार मुण्डा, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शिव कुमार राणा ने किया गया। शिल्प प्रदर्शन सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में लोकल फॉर वोकल के तहत ढोकरा, जुट, टेराकोटा, सोहराई पेंटिंग, बॉस क्राफ्ट शिल्पकारी (विकास आयुक्त, हस्तशिल्प, वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार, हस्तशिल्प सेवा केन्द्र, रांची, झारखण्ड) द्वारा संचालित किया गया। इसके तहत बी.एड. एवं डी.एल.एड. के प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। माननीय अर्जुन मुण्डा ने भारत सरकार की उपलब्धियों के बाते कही साथ ही हमारा भारत 2047 में आजादी के 100 वर्ष मनाने की तैयारी में है एवं उन्होंने कहा कि जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा में 38,000 (अडतीस हजार) शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। साथ ही साथ उन्होंने ने प्रशिक्षुओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें भविष्य में बेहतर नागरिक बनने की बाते कहीं। मंच का संचालन सहायक प्राध्यापक नयन कुमार मिश्रा एवं अंत में धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रितेश कुमार के द्वारा किया गया।
इस मौके पर महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक रंजु वंदना होरो, संजु रंजना होरो, परवेज अखतर, डॉ. अशोक राम (N.S.S. कार्यक्रम पदाधिकारी), सोनम सिन्हा, संजु उरांव डी. एल. एड. के व्याख्याता मुरारी कुमार दूबे, सुप्रिया बर्मन, बाबुचंद प्रसाद, सुलेखा कुमारी, बाबुलाल महतो (शारीरिक शिक्षक), शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में निकीता कुमारी (कार्यालय अधीक्षक), निशा कुमारी (पुस्तकालयाध्यक्ष),
गुप्ता (लेखापाल),
नंदलाल कुमार (ICT Incharge),
उमेश कुमार, पवन कुमार (तकनीकी सहायक), सुनीता वर्मा, सावित्री देवी, श्रीमती सुनीता देवी,
पंकज करमाली,पंचम चौधरी, निर्मल महतो (माली) तथा बी. एड. एवं डी.एल.एड. के सभी प्रशिक्षु उपस्थित रहें।