जेटीडीएस के माध्यम से आदिवासी मशरूम उत्पादक आत्मनिर्भर बन रहे हैं: डा. रामेश्वर उरांव
लोहरदगा :जेटीडीएस के माध्यम से आदिवासी मशरूम उत्पादक आत्मनिर्भर बन रहे हैं यह बातें झारखंड सरकार के वित्त मंत्री डा. रामेश्वर उराँव ने लोहरदगा जिले के भाण्डरा प़खण्ड परिसर में कहीं
झारखंड ट़ाईब्ल डेवलपमेंट सोसाइटी के सौजन्य से एपीपी एग़ीगेट द्वारा आयोजित एक दिवसीय मशरूम उत्पादक कार्यशाला, दूसरे चरण के मशरूम उत्पादक कीट वितरण और उत्कृष्ट मशरूम उत्पादकों के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए डा. रामेश्वर उराँव ने कहा कि मशरूम उत्पादन जीवकोपार्जन का बेहतर साधन मार्ग है.डा.उरन ने कहा कि आदिवासियों का कल्याण तभी संभव है जब वे जागरूक और संगठित हो कर स्थानीय संसाधनों के मदद से अपने कार्य को गतिशीलता देगे उन्होंने ने मशरूम उत्पादन को सरल कम पूंजी और जगह पैदा कर अधिक आमदनी का जरिया बताया. कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया.इस के बाद वित्त मंत्री ने फर्म के स्टाल का उद्घाटन और निरीक्षण किया. मशरूम उत्पादन कीट. मशरूम निर्मित उत्पाद बड़ी पापड अचार बिस्कुट चाकलेट आदि देखकर प़सन्न हुए
कुट्टी कटाई मशीन और डरायर मशरूम उत्पाद सूखाने मशीन का भी उद्घाटन और वितरित किया गया
कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्णा राम मांझी जिला परियोजना प्रबंधक जेटीडीएस लोहरदगा ने किया.आगत अतिथियों का स्वागत और अभिनन्दन एपीपी एग़ीगेट के निदेशक प़भाकर कुमार ने किया मंच संचालन राज्य प़मुख अनमोल कुमार ने किया इस अवसर पर उत्कृष्ट उत्पादकों को सम्मानित किया गया और मशरूम उत्पादन कीट भी वितरित किया गया