भक्ति मार्ग की पहली सीढ़ी है सेवा मार्ग: स्वामी चिदात्मन जी महाराज
पटना। सर्वमंगला अध्यात्म योग शक्तिपीठ के अधिष्ठाता एवम प्रख्यात संत परमहंस स्वामी चिदात्मन जी महाराज उर्फ सेमरिया बाबा ने कहा है जन्म जन्मांतर के पुण्य का संचय होता है और ईश्वर की असीम कृपा बरसती है सब जाकर मानव अध्यात्म मार्ग पकड़ता है। उन्होंने कहा कि सेवा मार्ग भक्ति मार्ग की पहली सीढी है जो व्यक्ति मानव की सेवा नहीं करता उसे इश्वर की कृपा प्राप्त नहीं होती।
परमहंस स्वामी जी पीठाधीश्वर अभिषेक समारोह को संबोधित कर रहे थे ।सिमरिया के कल्पवास मेला में सर्वमंगला आश्रम के यज्ञ मंडप में प्रसिद्ध समाजसेवी एवं बिहार के वरीय पत्रकार एस एन श्याम को पीठाधीश्वर के रूप में अभिषेक कर उनका का नया नामकरण श्यामनंद महाराज किया गया ।
इस अवसर पर स्वामी जी के सानिध्य में पंच ब्राह्मणों ने शुद्ध जल और पंचामृत से श्री श्याम का अभिषेक कर पीठाधीश्वर के लिए शुद्धिकरण किया। शुद्धिकरण के बाद विद्वान ब्राह्मणों की उपस्थिति में श्री श्याम ने हवन किया। परमहंस स्वामी जी ने कल्पवास मेंला में ज्ञान मंच पर उन्हे आमंत्रित किया।गुरुदेव सरकार ने अपने श्री मुख श्याम के पीठाधीश्वर बनने का सार्वजनिक ऐलान किया। ब्रहमचारी रविंद्र जी श्यामा नंद को चादर और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। आश्रम में उपस्थित कल्प वासियों एवं भक्तों द्वारा श्री श्याम को आशीर्वाद देकर उनकी सर्व मंगल की कामना की गई।
इस अवसर पर प्रयागराज, हरिद्वार और नेपाल सहित देश के अन्य कई आश्रम के पीठाधीश्वर और अन्य साधु संत था कल्पवासी उपस्थित थे।

