गांधी सेतु के समानांतर 4 लेन पुल निर्माण का मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण, कार्य में तेजी के निर्देश
पटना। राजधानी पटना में गंगा नदी पर बन रहे गांधी सेतु के समानांतर 4 लेन पुल का निरीक्षण रविवार को सीएम नीतीश कुमार ने किया। मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जताई। वहीं अधिकारियों को प्रोजेक्ट में तेजी लाने के स्पष्ट निर्देश दिए।
गौरतलब है कि मौजूदा गांधी सेतु पर यातायात का दबाव कम करना।वहीं पटना–उत्तर बिहार के बीच निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करना।
पुल को जेपी गंगापथ से जोड़े जाने पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने अभियंताओं को तकनीकी अध्ययन जल्द पूरा करने का निर्देश दिया।
निर्माण की स्थिति :
लंबाई: 14.5 किमी (5.6 किमी मुख्य पुल)
स्वीकृत लागत: ₹2,926.42 करोड़
पूर्णता लक्ष्य: जनवरी 2023, अब 2025 तक संभावित
कार्य प्रगति: नागरिक कार्य केवल 40% पूर्ण,
51 में से 47 स्तंभ तैयार,
1868 में से 450 सेगमेंट स्थापित
हाजीपुर की ओर संपर्क मार्ग में विशेष देरी।
सीएम की चेतावनी और निर्देश :
नीतीश कुमार ने कहा कि जनता को राहत देना सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं इस पुल के बिना पटना का ट्रैफिक सुचारु नहीं हो सकता। उन्होंने निर्माण कंपनी को तय समय सीमा में काम पूरा करने को कहा।
संबंधित परियोजनाएं :
मुख्यमंत्री ने कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन पुल का भी निरीक्षण किया, जो बिहार के लिए एक और अहम कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट है।
पर्यवेक्षण और ठेकेदार :
निर्माण एजेंसी: एसपी सिंघला कंस्ट्रक्शन प्रा. लि.
निगरानी: राज्य सड़क निर्माण विभाग (RCD)
केंद्र सरकार (MoRTH) ने विलंब को लेकर सख्ती दिखाई और स्पष्टीकरण मांगा।
*रोजगार और प्रभाव :
परियोजना के तहत लगभग 20.94 लाख मानव दिवसों का रोजगार उपलब्ध होगा और पटना सहित पूरे राज्य में आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी।
“मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कह दिया है कि देरी बर्दाश्त नहीं होगी। अब देखना ये है कि क्या निर्माण एजेंसियां इस दिशा में रफ्तार पकड़ती हैं या जनता को एक बार फिर लंबे इंतजार के लिए तैयार रहना होगा।

