सौतेली मौसी ने 45 साल के भतीजे के हाथों नाबालिग को बेचा,भतीजे ने किया यौन शोषण, नाबालिग गर्भवती
राँची : 15 साल की एक नाबालिग को उसकी मौसी ने हीं उसे अपने 45 साल के भतीजे से जबरन शादी करा दी। 45 साल के भतीजे ने नाबालिग के साथ ना सिर्फ जबरन यौन शोषण किया बल्कि उसे गर्भवती भी कर दिया। इस संबंध में नाबालिग ने जगन्नाथपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
5वी की छात्रा है नाबालिग
दर्ज प्राथमिकी में नाबालिग ने आरोप लगाया है कि वह खुंटी में कक्षा 5वीं की छात्रा है। 04 नवंबर 2022 के वह अपनी माँ के पास जरूरी खर्च के लिए कुछ रूपये लेने के लिए राँची गई थी। जैसे ही मैं बिरसा चौक पहुँची, उसी समय रास्ते में मेरी सौतेली मौसी और ममेरा भाई मिला और आवाज देकर रोका। जब मैं रूकी तो देखी की वे दोनों दोपहिया बाइक पर बैठे थे। दोनो ने नाबालिग को कहा कि बैठो। जब मैं बोली की मुझे माँ के यहाँ जाना है पैसे लेने के लिए, तो वो दोनों ने कहा की पहले मेरे यहाँ चलो बाद में माँ के यहाँ छोड़ देंगे। हम गाड़ी पर बैठ गए तो दोनों सीधे हमको अपना घर रीतूडीह,वाटर टैंक, थाना-माराफरी, जिला-बोकारो लेकर चला गया। मैं वहाँ पहुँची तो मुझे कहा कि तुम अभी यहीं रहो हमारा घर में कुछ काम कर देगी और यहीं रहकर पढ़ाई करेगी। जब मैं वहाँ रहने लगी तो 7 दिन के बाद ही मेरा सौतेला ममेरा भाई छेड़छाड़ करने लगा। जब मैं विरोध की तो वहाँ कोई मेरा साथ नहीं दिया और मुझे बंद कमरे में रखने लगा। आँगन में निकलती थी तो बाहर का दरवाजा ताला बन्दकर दिया जाता था। ताकि मैं बाहर नहीं निकल सकूँ। मेरी पढ़ाई के लिए स्कूल में नाम लिखाने के बजाय 15 दिन के बाद रात 8 बजे मुझे तुलसी पिण्डा के सामने बैठाकर मात्र तीन आदमी की उपस्थिति में मेरी शादी कराने का ढोंग रचा गया ताकि मैं विरोध नहीं कर सकूँ। मेरे होने वाले ससुर ने ही कुछ मंत्र पढ़कर शादी होने की बात कही।
शादी के बाद लगातार किया गया बलात्कार
पीड़िता के अनुसार उसके बाद से लगातार उसके साथ बलात्कार किया गया। विरोध करने पर घर के लोग उल्टा मुझे ही डाँटते थे। एक महीने के बाद मेरे ससूर अचानक मेरे कमरे में आये और मुझे गलत जगह पकड़ते हुए कहा कि मेरे साथ भी रहना होगा, जब मैं विरोध कर हल्ला की तो वे मेरे कमरे से बाहर निकल गए। उसके बाद मेरे ससूर अपनी माँ से 20 हजार रूपये माँगकर लाने के लिए दबाब बनाने लगे। पीड़िता 08 मई को घर से निकल कर सड़क पर आयी और बस में बैठकर राँची आने लगी। रास्ते में बस स्टाफ के फोन से अपनी माँ से बात किए तब वह काँटाटोली बस स्टैण्ड आकर मुझे घर ले आयी। फिर सदर अस्पताल लेकर गयी जहाँ जाँच होने पर पता चला कि मैं माँ बनने वाली हूँ। मेरे पेट में 4 महीने का गर्भ है। मैं काफी तनाव में हूँ, मैं समझ नहीं पा रही हूँ कि अब क्या करूँ।