माओवादियों के खिलाफ हजारीबाग और चतरा के सीमांत जंगलों में चलाया गया विशेष सर्च अभियान
चतरा (गणादेश) : प्रतिबंधित माओवादी नक्सलियों के खिलाफ पुलिस ने चतरा और हजारीबाग जिले के सीमांत जंगलों में छापामारी अभियान चलाया। चतरा एसपी विकास पांडेय के निर्देश पर जिले के तीन थानों की पुलिस ने संयुक्त रूप से छापामारी अभियान चलाकर नक्सलियों की टोह ली। एक सप्ताह पहले चतरा जिले के पत्थलगडा, सिमरिया व गिद्धौर समेत आसपास के थाना क्षेत्र में नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों के नाम पर पोस्टर बाजी की गई थी। उसके बाद से पुलिस निरंतर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नजर बनाए हुए है। पिछले दो दिनों से सीमांत जंगलों में सर्च अभियान चलाया जा रही है। पत्थलगा, गिद्धौर, सिमरिया, शीला ओपी और कटकमसांडी पुलिस अलर्ट है। पुलिस चतरा और हजारीबाग जिले के सीमांत जंगलों और पहाड़ों में नक्सलियों की खोज खबर के लिए छापामारी कर रही है। हालांकि पुलिस की इस कार्रवाई से अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। अभियान में जैगुआर, सीआरपीएफ और जिला बल के जवान अभियान चला रहे हैं। इस अभियान में डेढ़ सौ से अधिक जवान जंगलों की खाक छान रहे हैं। पुलिस के साथ डॉग एस्कॉर्ट भी सर्च अभियान में हिस्सा लिया है। कभी नक्सलियों का अवैध किला रहा धामा पहाड़ व आसपास का इलाका, घने जंगल व पहाड़ को पुलिस लगातार दो दिनों से छान रही है लेकिन नक्सली नहीं मिल रहे हैं। यह इलाका कभी नक्सलियों का गढ़ माना जाता था। हाल के वर्षों में यहां पुलिस ने नक्सली जाल को पूरी तरह से नेसतानाबूद कर दिया। नक्सलियों के पांव उखड़ने के बाद इधर पोस्टरबाजी होने से पुलिस हरकत में आई है और सर्च अभियान चला रही है। हालांकि पिछले दो दिनों से खराब मौसम और बारिश के बावजूद पुलिस और सीआरपीएफ नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चला रही है।