समाजसेवी दयामनी बरला एवं पुष्पा टेटे ने थामा कांग्रेस का दामन
रांची: समाजसेवी सह आंदोलनकारी दयामनी बरला एवं सेंगल पार्टी की पूर्व अध्यक्ष पुष्पा टेटे ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह का आयोजन किया गया। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने पार्टी का पट्टा एवं माला पहना कर उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि ऐसे समाजसेवी और आंदोलनकारी दयामनी और पुष्पा टेटे पंचायत के अंतिम व्यक्ति की आवाज के रूप में पूरे झारखंड में हमेशा संघर्षरत रही हैं।जल जंगल और जमीन के लिए झारखंड में आंदोलन कर इन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। ऐसे लोगों द्वारा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से प्रेरित होकर कांग्रेस के विचारधारा से जुड़कर पार्टी में शामिल होना हमारे लिए गर्व की बात है। पार्टी उनके अनुभव और कार्यशैली का लाभ पूरी तरह से उठाएगी हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आगामी लोकसभा चुनाव में इनके द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों से पार्टी उम्मीदवारों को भरपूर लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि दयामनी बारला की पहचान झारखंड में एक सामाजिक आंदोलनकारी की रही है। इन्होंने समय पर समाज को दिशा देने के लिए आंदोलन कर अपनी क्षमता का परिचय दिया है। एक लंबे अंतराल से यह झारखंड के जनमानस गरीब आदिवासियों वंचित दबे कुचले लोगों की एक मुखर आवाज के रूप में जानी जाती है, आदिवासी समाज भी अपने हक और हुकूक की लड़ाई के लिए के लिए इनके नेतृत्व को मानता है।
श्री ठाकुर ने कहा कि पुष्पा टेटे ने जनता की हक की लडाई के लिए पार्टी का गठन कर संघर्ष करना प्रारंभ किया था और संघर्ष की बदौलत इन्होंने अपनी अलग पहचान बनायी है।
सदस्यता ग्रहण करने के पश्चात दयामनी बारला ने कहा कि प्रारंभ में लोगों के अधिकारों के लिए कलम को हथियार बनाकर अपनी लेखनी से मैं संघर्ष की शुरुआत की उसके बाद पिछले 30 वर्षों से लगातार मजदूर गरीबों आदिवासियों के शोषण जल जंगल जमीन और पर्यावरण की रक्षा के लिए भी संघर्ष का एक लंबाई इतिहास हमारा रहा है संघर्षों के दौर में जेल जाने से भी मैं पीछे नहीं रही। आज जिस तरह से देश का सभी वर्ग किसान युवा महिला परेशानी की हालत से गुजर रहा है ऐसी स्थिति कांग्रेस के शासनकाल में कभी नहीं रही उस दौर में सबको अपनी बात रखने की आजादी थी और आज देश की आम जनता की आजादी छीनने की कोशिश की जा रही है। मैं राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा से प्रेरित होकर कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है जिस तरह से उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक समाज के हर वर्ग के साथ संवाद कर उनकी समस्याओं को सूनकर और उनकी परेशानी को जानने की कोशिश की है। वहीं जनता से जुड़े नेता की पहचान है।
सदस्यता ग्रहण करने के पश्चात पुष्पा टेटे ने कहा कि आज देश जिन हालातों से गुजर रही है उसे हालत को देखकर मैं कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया जिस तरह से युवा रोजगार के लिए सड़कों पर है किसान अपने अधिकारों के लिए गोलियां खा रहे हैं महिलाओं का आत्मसम्मान गिरवी रखा जा रहा है ऐसी भयावह स्थिति में आज समाज को एकजुट होकर कर ऐसी स्थिति को पैदा करने वाले लोगों से देश को मुक्त कराने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अगर आज जनता नहीं जागी तो भावी पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी।
पार्टी में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं में प्रेमलता इंदवार, सुषमा बिरूली, बंसत टोपनो, रिता टूडू, पिटर होरो, एनएन टोपनो, हिरामनी भेंगरा, जॉन कच्छप, जादू सिंह मुंडा, बुधराम बोदरा, जोलेन टोपनो, फ्रांसिंग, अमर सोई आदि सैकड़ों की संख्या में शामिल थे।
सदस्यता कार्यक्रम में मुख्य रूप से कार्यकारी अध्यक्ष बन्धु तिर्की, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, कालीचरण मुंडा, संगठन महासचिव अमुल्य नीरज खलखो, राकेश सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, सोनाल शांति, राकेश किरण महतो, गजेन्द्र सिंह, ममता देवी, निरंजन पासवान उपस्थित थे।