बाबा विद्यापति स्मारक समिति के कार्यालय में हुआ रुद्राभिषेक यज्ञ का आयोजन
रांची: बाबा विद्यापति स्मारक समिति के कार्यालय में सोमवार को रुद्राभिषेक यज्ञ का आयोजन किया गया। सावन के तीसरे सोमवारी के उपलक्ष्य में समिति के तत्वाधान में पूरे विधि विधान के साथ महादेव की पूजा अर्चना की गई। इस रूद्राभिषेक यज्ञ में पंडित मुकेश झा शास्त्री एवं यजमान के रूप में समिति के मुख्य संरक्षक आशु झा रहे। इस दौरान हवन यज्ञ किया गया। यज्ञ की प्रखर अग्नि में समिति के सदस्यों व भक्तों ने आहुतियां डाल विश्व कल्याण के लिए कामना की। समिति के अध्यक्ष जयंत झा ने बताया कि श्रावण मास भगवान भोलेनाथ का प्रिय मास है, और देवों में भगवान शिव से बड़ा कोई देव नहीं है। भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होने वाले तथा कठिन से कठिन वरदान देने वाले हैं। भस्मासुर को वरदान दिया जिसके सिर पर हाथ रखेगा वही भस्म हो जाएगा। रावण के पिता ने सोने की लंका दान में मांग ली सो तुरंत ही दे दिया। ऐसे हैं हमारे भोले बाबा। उन्होंने बताया कि वैसे तो सावन का पूरा महीना ही भगवान शिव को अर्पित होता है। लेकिन रुद्राभिषेक का सावन में एक अलग ही महत्व है रुद्राभिषेक की पूजा से जीवन के नकारात्मक हालात भी बदल जाते हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार रुद्राभिषेक करने से पूर्व जन्मों के पापों से भी मुक्ति मिल जाती है। उन्होंने बताया की इस महीने में भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्त की समस्त कामना पूर्ण करते हैं। पूजा के उपरांत भंडारा का आयोजन किया गया, जिसके अंतर्गत भक्तों में महाप्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर उदित नारायण ठाकुर, आशु झा, देवेंद्र ठाकुर, पूर्णेन्दु ठाकुर, ज्ञानदेव झा, मृत्युंजय झा, दिलीप झा, संतोष मिश्रा, अशोक मिश्रा, भवेश मिश्रा,गोपाल ठाकुर, रंजीतलाल दास, छवि झा, बिंदु झा, अंजनी कांत झा, अमरनाथ झा, आशुतोष झा, जय शंकर दुबे, श्याम किशोर चौबे, रमेश भारती, भानु कच्छप, बिमल कच्छप ,अशोक पाण्डेय आदि ने हवन करके रुद्राभिषेक महायज्ञ की पूर्णाहुति की।