शिक्षा सचिव के आदेश का भी निजी स्कूल नहीं कर रहे पालन,प्रचंड गर्मी में भी चल रही कक्षाएं..

जमशेदपुर: राज्य के निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने में तमाम सामाजिक संस्थाओं के साथ साथ शिक्षा विभाग भी नाकाम साबित हो रही है। इस प्रचंड गर्मी में भी गमहरिया में स्कूल का संचालन हो रहा है। जबकि राज्य सरकार शिक्षा सचिव ने सभी स्कूलों को14जून तक बंद करने का आदेश जारी किया है। इसके बावजूद नियम का पालन नहीं हो रहा है। गम्हरिया प्रखंड के पेंड्राबेड़ा स्थित राजेंद्र पब्लिक स्कूल से दोपहर 11:00 बजे प्रचंड गर्मी में झुलसते हुए नन्हे- मुन्ने बच्चों को बाहर आता देखकर हर किसी को इन पर दया आ रही थी। साथ ही प्रबंधन के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा था. पूछे जाने पर अभिभावकों ने बताया कि सोमवार से ही राज्य के तमाम स्कूल बंद है लेकिन राजेंद्र पब्लिक स्कूल के प्रबंधन ने स्कूल बंद करने से इंकार कर दिया है. ऐसे में मजबूरन वे लोग अपने बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं. लेकिन बुधवार से वह भी अपने बच्चों को स्कूल कतई नहीं भेजेंगे. इधर शिक्षा सचिव के आदेश को ठेंगा दिखाने का यह मामला तूल पकड़ने लगा है.

स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने शिक्षा विभाग से इसकी शिकायत की है. इस संबंध में पूछे जाने पर एडीपीओ प्रकाश कुमार ने कहा कि इस तरह की शिकायतें विभाग को प्राप्त हुई हैं जो कि बेहद चिंताजनक है. बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी और आदेश के बावजूद स्कूल खुला रखने वाले विद्यालयों को शो कॉज जारी किया जा रहा है. इसके बाद इन स्कूलों पर नियम संगत कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय मुखिया सुकमती मार्डी ने राजेंद्र पब्लिक स्कूल प्रबंधन के इस गैर जिम्मेदाराना निर्णय पर हैरानी जताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है. ऐसा नहीं है कि सिर्फ राजेंद्र पब्लिक स्कूल प्रबंधन ही शिक्षा सचिव के आदेशों को मानने से इंकार कर रहा है, बल्कि कई गांव, टोला, मोहल्लों में कुकुरमुत्ता की तरह उभर आए निजी विद्यालय भी उसी राह पर चल रहे हैं. सोमवार को गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत यशपुर पंचायत के उदयपुर और गांजिया गांव के बीच स्थित राइजिंग स्टार स्कूल भी खुला था.

इसकी जानकारी होने के बाद स्थानीय मुखिया पार्वती सरदार तत्काल स्कूल पहुंची और प्रधानाध्यापिका को जमकर फटकार लगाया. साथ ही शिक्षा विभाग के सचिव के आदेश का उल्लंघन किए जाने की शिकायत विभागीय अधिकारियों से करने की चेतावनी भी दी. इसके बाद स्कूल प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए. स्कूल की प्रधानाध्यापिका नेहा शर्मा ने तत्काल प्रभाव से 18 जून तक विद्यालय में छुट्टी की घोषणा कर दी. बता दें कि इन दिनों जिले में कई ऐसे निजी विद्यालय संचालित है जिन्होंने शिक्षा के नाम पर व्यापार करना आरंभ कर दिया है. इन्हें तो ना ही किसी संबंधित बोर्ड से मान्यता प्राप्त है और ना ही इनके पास अपना यू डायस कोड ही है. जिसके कारण आए दिन इनके द्वारा विभागीय दिशा निर्देशों की अवहेलना करने की शिकायतें मिलती रहती हैं.

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