सहायक पुलिस के बाद पारा शिक्षकों के साथ पुलिस की झड़प,जा रहे थे सीएम आवास घेराव करने
रांची: राजधानी रांची में सीएम आवास घेराव करने का सिलसिला जारी है। बीते शुक्रवार को सहायक पुलिसकर्मी अपने लंबित मांगों को लेकर सीएम आवास घेराव करने का प्रयास किया तो उनको पुलिस के डंडे का सामना करना पड़ा। इसमें कई सहायक पुलिस कर्मी घायल हो गए और रिम्स में इलाजरत हैं। इसके बाद आज यानी शनिवार को पारा शिक्षकों ने सीएम आवास का घेराव करना चाहा तो पुलिस ने उनको रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान पुलिस से झड़प हो गई। पहले पारा शिक्षकों को बैरिकेट लगाकर रोकने की कोशिश हुई, तो पुलिसकर्मियों और पारा शिक्षकों में धक्का मुकी शुरू हो गयी। पारा शिक्षकों से पुलिस की हुई भिड़ंत के बाद भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गये।
आपको बता दें कि पारा शिक्षक वेतनमान के साथ-साथ अपने आप को राज्य कर्मी का दर्जा देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. पारा शिक्षकों ने सरकार को मार्च महीने तक इस मामले में आवश्यक कदम उठाने की बात रखी थी. लेकिन सरकार के स्तर से इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. जिसके बाद पारा शिक्षकों ने रांची जाकर सीएम आवास घेराव करने का कार्यक्रम तय कर लिया।
पारा शिक्षकों को रोकने के लिए कई जगहों पर बैरिकेट लगाया गया है। पारा शिक्षक हर हाल में मुख्यमंत्री आवास जाना चाहते हैं, तो दूसरी तरफ पुलिस भी पूरे इंतजाम के साथ मौजूद हैं। ऐसे में शिक्षकों और पुलिस कर्मियों में टकराव की आशंका पहले से थी। सीएम आवास पहुंचने से पहले ही पुलिस ने पारा शिक्षकों को रोक दिया, जिसके बाद पारा शिक्षक आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे. जिसके बाद पुलिस ने उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं।
शिक्षकों के हंगामे के आसार को देखते हुए पुलिस बल के जवानों को तैनात कर दिया गया है. स्थिति तनावपूर्ण हो गया है. सहायक शिक्षकों की तरफ से बैरिकेडिंग तोड़ने को लेकर भाषण चल रहा है. शिक्षकों के आंदोलन को देखते हुए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है. मौके पर वाटर कैनन, वज्र वाहन और अग्निशमन की गाड़ियां मौजूद है। आंदोलन के लिए पहुंचे शिक्षकों का कहना है कि वर्तमान सरकार ने चुनाव पूर्व घोषणा की थी कि सरकार बनते ही 3 महीने में उनकी मांग पूरी कर दी जाएगी।
सहायक शिक्षकों ने वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले साढ़े चार सालों में भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुई। सहायक शिक्षकों ने बताया कि वे पिछले 22 सालों से राज्य में अपनी सेवा दे रहे हैं. बता दें, राज्यभर में सहायक शिक्षकों की संख्या 62 हजार हैं. राज्य कि विभिन्न हिस्सों से पहुंचे सहायक शिक्षक समतुल्य वेतनमान की मांग कर रहे हैं. और इसे लेकर ही वे मुख्यमंत्री आवास घेरने की योजना बना रहे है.।