महंगाई, बेरोजगारी से ध्यान हटाना चाहते हैं पीएम मोदी : सुबोधकांत
रांची : कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पदयात्रा, जनसंपर्क और चुनावी सभाएं कर मतदाताओं से कांग्रेस के लिए वोट मांगा।
कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय ने चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी महिलाओं को हमेशा पूरा मान सम्मान दिया है। आज देश में महिलाओं से संबंधित जितनी भी योजनाएं चल रही है। वह कांग्रेस की देन है। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार सत्ता में आएगी तो महिलाओं के लिए बनाई गई कई नई योजनाएं तत्काल लागू कर दी जाएगी। यशस्विनी सहाय ने कहा कि कांग्रेस की सरकार गरीब परिवार की एक महिला को हर साल एक लाख रूपये देगी। इसके साथ ही केंद्र की नई नौकरियों में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया जाएगा। आशा दीदी, मिड डे मील और आंगनबाड़ी के कर्मियों का केंद्र सरकार के हिस्से की वेतन दुगना की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह समय अच्छे दिन का झांसा देकर सत्ता में काबिज हुई मोदी सरकार को बदलने का है । इसलिए इस बार पंजा छाप में वोट देकर उन्हें विजयी बनाएं और राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के हाथों को मजबूत करें।
चुनावी सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने कहा कि झूठे वायदे के सहारे सत्ता में आई मोदी सरकार ने जनता के हित के लिए कोई काम ही नहीं किया। यही कारण है की 10 वर्षों तक शासन करने के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी अपनी एक भी उपलब्धि नहीं बता सक रहे हैं। पीएम अपनी चुनावी भाषणों में इधर-उधर की बातें कर जनता का ध्यान गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई से भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन जनता अब मोदी सरकार की सच्चाई जान चुकी है। देश की जनता ने मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का निर्णय ले लिया है। उन्होंने मतदाताओं से अपील किया कि कांग्रेस को वोट देकर यशस्विनी सहाय को विजयी बनाये और इंडिया गठबंधन के हाथों को मजबूत करें।
इन क्षेत्रों में चला जनसंपर्क और चुनावी सभा
नामकुम, हुुरुआ, बंधूवा, उलातु, ओंधातु, बुढ़मू, उमेडंडा, ठाकुरगांव, मुरूमगढ़ा, शहरी क्षेत्रों में बाजारटाड़ कोकर, जेपी मार्केट धुर्वा, सखुआ बागान, रातू रोड, खादगढ़ा, मधुकम, डेलाटोली, लक्ष्मी नगर, भट्टी मोहल्ला, शाहदेव नगर, पंचशील नगर एवं पंडरा बस्ती आदि क्षेत्रों में मतदाताओं से संपर्क कर वोट मांगे।

