पशुपति पारस ने न्यायपालिका व निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण की मांग की
नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने न्यायपालिका एवं निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण की मांग की है। दिल्ली में सोमवार को अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस जाति को अनुसूचित जाति में शामिल किया जाता है, उसकी संख्या के अनुपात में आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए।वहीं, विरोधी गुट के चिराग पासवान के दावे को खारिज करते हुए स्वयं को रामविलास पासवान का असली उत्तराधिकारी और पार्टी को एकजुट बताया।
पारस ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में अभी प्रधानमंत्री पद के लिए कोई रिक्ति नहीं है। नरेंद्र मोदी विश्व के नेता हैं। सर्वे रिपोर्ट भी यही कहती है। आजादी के बाद पहली बार देश को इतना सशक्त पीएम मिला है। पारस ने कहा कि उनके सारे सांसद आज भी एकजुट हैं। रामविलास पासवान का असली उत्तराधिकारी मैं ही हूं।
चिराग को अपनाने के प्रश्न पर पारस ने कहा कि दल के साथ दिल भी टूट गया है। हमारा परिवार दो खेमे में है। अब उन्हें अपना रास्ता स्वयं तलाश लेना चाहिए। हमारे बड़े भाई ने जिन सिद्धांतों को लेकर पार्टी बनाई थी, उनका अनुपालन मैं ही कर रहा हूं। उन्होंने अलौली की अपनी सीट देकर शिक्षक से मुझे विधायक बनाया। फिर हाजीपुर से सांसद बनाया। असली वारिस मैं ही हूं। उनके सपनों को साकार मैं ही करूंगा।
उन्होंने चिराग के बारे में कहा कि मैंने उन्हें काफी समझाया था कि एनडीए के साथ ही विधानसभा चुनाव भी लड़िए, लेकिन पता नहीं उन्हें किसने समझा दिया कि अकेले लड़ोगे तो मुख्यमंत्री बन जाओगे।