उदेश चौधरी जैसे नौजवान ही समाज की तस्वीर बदलेंगे
गणादेश ब्यूरो
पलामू: उटारी प्रखंड की चाय दुकान पर राजनीतिक चर्चा का और दौर चल रहा है। सभी उम्मीदवारों को लेकर लोग विश्लेषण कर रहे हैं। इसी बीच मनोहर यादव कहता है कि देखो कैंडिडेट तो बहुत है पर पिछड़ा समाज से आकर अपना उदेश चौधरी समाज के लिए कुछ करना चाहता है। वह औरों की तरह पावर के लिए चुनाव नहीं लड़ रहा, बदलाव के लिए चुनाव लड़ रहा है। जिला परिषद सदस्य के लिए चुनाव लड़ रहे उदेश चौधरी जैसे नौजवानों से समाज को बहुत उम्मीद है।
इत्तेफाक से मां बहनों के सम्मान की प्रतीक चूड़ियां ही इसे चुनाव चिह्न के तौर पर मिली है। यह सिम्बल क्षेत्र के तमाम मठाधीशों के बने बनाये समीकरण को उलट पुलट कर रही हैं।
पलामू जिला परिषद सदस्य के लिए चुनाव लड़ रहे युवा उदेश चौधरी ने उन बेजुबानों को बोली दी है,जो अभी तक स्थानीय राजनीति में गौण थे। अति पिछड़े समाज से आनेवाले इस युवा ने कठिन परिश्रम और लोगों के लगातार स्नेह से तमाम मठों में सेंधमारी कर दी है।
उटारी प्रखंड के रहर बंजारी,सतबहिनी, मुरमा कला,मुरमा खुर्द,जोगा, करकट्टा और देवडर जैसे गांवों और पंचायतों में उदेश ने बड़ी लकीर खींची है। वह एक उम्मीदवार के तौर पर नहीं समाज के एक बेटे की तरह घर घर जा रहे हैं। और सबसे यही कह रहे हैं कि अभी तक आपने सब्जबाग देखे हैं। पर इस बार हमेशा अपने बीच,हर सुख दुख में अपने बेटे को पाएंगे।