एक जुलाई को रथयात्रा, भगवान जगन्नाथ 16 दिनों के लिए चले गए एकांतवास में

रांची: एक जुलाई को रथ मेला है। मंगलवार को भगवान श्री जगन्नाथ 16 दिनों के लिए एकांतवाश में चले गए। इससे पहले श्री जगन्नाथ की स्नान यात्रा और स्पर्श दर्शन अनुष्ठान संपन्न हुआ। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्री जगन्नाथ स्वामी को 108 छोटे कलश में रखे वनौषधि एवं सुगंधित जल से स्नान कराया गया। भगवान गर्भगृह में 16 दिनों तक रहेंगे. इस दौरान उनका दर्शन आमजन के लिए सुलभ नहीं होगा. इस दौरान प्रभु की सांकेतिक पूजा-अर्चना होती रहेगी. एकांतवास में रहने के बाद प्रभु 30 जून को नेत्रदान के बाद आमजन को दर्शन देंगे. मंदिर के गर्भगृह से बाहर आने के बाद स्नान मंडप में श्री भगवान का नेत्रदान होगा. यह अनुष्ठान 30 जून को दिन के साढ़े चार बजे से आरंभ होगा. पांच बजे से श्रद्धालुओं के लिए दर्शन सुलभ होगा. इस दिन भगवान जगन्नाथ, बलराम एवं सुभद्रा के विग्रहों की आरती होगी. इसके बाद भगवान शयन के लिए लाएंगे. इधर, राज्य सरकार ने रथ यात्रा के लिए मेला पर रोक लगा दिया है. सरकारी गाइडलाइन के तहत इस बार सीमित संख्या में ही श्रद्धालु रथ को खींचकर मौसीबाड़ी तक ले जाएंगे. इस बार तीसरा वर्ष ऐसा होगा जब रथयात्रा पर ऐतिहासिक मेला नहीं लगेगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *