निशिकांत दूबे या चंपाई सोरेन हो सकते हैं भाजपा ने नए प्रदेश अध्यक्ष !
रांची :विधानसभा चुनाव में भाजपा को निराशा हाथ लगने के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के चुनाव का टेंशन हो गया है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इसपर मंथन मे लग गया है।
विधानसभा चुनाव में भाजपा को पिछली बार से मात्र चार से पांच सीटें ही कम मिली है। लेकिन इसके बाद भी बीजेपी के नेता टेंशन में हैं। सत्ता मे लौटने की पूरी उम्मीद पाले हुए भाजपा के नेता इस सदमे से अबतक अबर नहीं पा रहे हैं। इतनी मेहनत करने के बाद भी रिजल्ट जीरो यह समझ से परे है।
इस चुनाव में आदिवासी और ईसाई वोटरों ने भाजपा को वोट ही नहीं किया। इसके अलावा ओबीसी वोटर भी भाजपा से छिटकी है। भाजपा के पास अब सवर्ण और कुछ ओबीसी वोटर हैं। ऐसे वोटरों को कैसे सुरक्षित रखे इसपर भी मंथन चल रहा है। इसके अलावा आदिवासी और ईसाई वोटरों के बीच विवाद पैदा कर आदिवासी वोटरों को अपने पाले में करने की रणनीति चल रही है। समाज के सभी वर्गों के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए किसी दमदार नेता को प्रदेश की कमान देने की चर्चा हो रही है। बाबूलाल मरंडी से भाजपा को कोई खास लाभ नहीं मिल है। आदिवासी सीट को भी भाजपा इस चुनाव में गवाना पड़ा है। अगले साल फरवरी में भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है।
जानकारों की मानें तो पूर्व सीएम चंपाई सोरेन या सांसद निशिकांत दूबे को प्रदेश भाजपा की कमान मिल सकती है। इसके साथ ही भाजपा झारखंड में आक्रामक ढंग से आगे की लड़ाई शुरू करेगी। वहीं नेता प्रतिपक्ष के लिए सीपी सिंह को बनाया जा सकता है।